लखनऊ (ब्यूरो)। शहीद पथ समिट बिल्डिंग के पास शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार ब्रेजा कार डीसीएम गाड़ी के नीचे जा घुसी। जिससे कार सवार एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कार का दरवाजा काटकर चालक और कार सवार को बाहर निकाला और उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने सोनभद्र निवासी संतलाल (36) को मृत घोषित कर दिया, जबकि चालक श्रीनाथ की हालत स्थिर बताई जा रही है। मामले में विभूतिखंड थाना पुलिस डीसीएम और कार को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है।

अचानक ब्रेक लगाने पर हुआ हादसा

हादसा शुक्रवार सुबह 6 बजकर 2 मिनट का है। पुलिस के मुताबिक, ब्रेजा कार नंबर (यूपी-15 सीपी 6900) कानपुर रोड की तरफ से बाराबंकी की तरफ जा रही थी। उनके आगे राजस्थान नंबर (आरजे-29 जीबी 0463) डीसीएम जा रही थी। डीसीएम जब समिट बिल्डिंग के सामने पहुंची तो उसके आगे चल रही एक गाड़ी के अचानक ब्रेक मारने पर डीसीएम की उससे जोरदार टक्कर हो गई। ठीक उसके पीछे आ रही ब्रेजा कार अनियंत्रित होकर डीसीएम के पिछले हिस्से में जा घुसी। ब्रेजा की स्पीड इतना ज्यादा थी कि कार डीसीएम के नीचे पूरा अंदर चली गई। जिससे कार सवार और चालक दोनों इसी में फंस गए। फायर ब्रिगेड और पुलिस ने लोगों को किसी तरह बाहर निकाला।

एक घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

गोमतीनगर एफएसओ ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद गोमती नगर फायर स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान कार डीसीएम के पिछले हिस्से में घुसी हुई थी और कार के परखच्चे उड़ गए थे। अंदर बैठा चालक और उसका साथी बुरी तरह जख्मी थे। तुरंत इन दोनों को बाहर निकालने की कोशिश की गई, लेकिन कार डीसीएम के नीचे पूरी तरह से फंसे होने के कारण दरवाजा तक नहीं खुल पा रहा था। करीब एक घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कटर मशीन से दरवाजे को काटकर दोनों को बाहर निकाला गया। इस दौरान चालक और उसका साथी दोनों खून से लथपथ थे।

डीसीएम छोड़ मौके से फरार आरोपी

विभूतिखंड थाना पुलिस की जांच में सामने आया कि आगे चल रही डीसीएम के अचानक ब्रेक लगाने से यह दर्दनाक हादसा हुआ है। वहीं, इस घटना के बाद आरोपी चालक गाड़ी को छोड़ मौके से फरार हो गया है। विभूतिखंड थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि मोबाइल नंबर के आधार पर मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। शुरुआती जांच में सामने आया कि मृतक संतलाल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे, वह अपने जानकार के साथ किसी काम से ब्रेजा कार से रामपुर जा रहे थे। वहीं, डीसीएम गाड़ी को जब्त कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

100 से ज्यादा स्पीड

हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने आशंका जताई कि कार की स्पीड 100 से 120 के आसपास थी। आगे चल रही डीसीएम गाड़ी के अचानक रुकने से ब्रेजा चालक कुछ समझ पाता इससे पहले दर्दनाक हादसा हो गया। कार की स्पीड ज्यादा और अगली गाड़ी से दूरी कम होने के चलते यह हादसा हो गया है। अगर दोनों गाड़ियों के बीच कुछ गैप और डीसीएम चालक ने अचानक ब्रेक न मारी होती तो शायद यह हादसा टल सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

भाई का रो-रोकर बुरा हाल

हादसा इतना दर्दनाक था कि ब्रेजा कार के दो हिस्से हो गए। कार की छत के परखच्चे उड़ गए। वहीं, इस हादसे की सूचना पाकर मृतक संतलाल के भाई संतोष पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां इनका रो-रोकर बुरा हाल था। जुबां पर सिर्फ एक शब्द था कि आखिर ये क्या हो गया, क्यों उनका भाई उन्हें छोड़कर चल गया। उन्होंने बताया कि संतलाल के तीन बच्चे हैं, जब से घरवालों को इसकी सूचना मिली है, तब से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।