लखनऊ (ब्यूरो)। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार स्कूटर चालक देवपुर पारा चंद्रोदय नगर का निवासी हिस्ट्रीशीटर श्रमजीत रावत उर्फ शेरू है। उसके खिलाफ रंगदारी, जानलेवा हमले समेत 12 मुकदमे पारा थाने में दर्ज हैं। मंगलवार की रात मैनपुरी के रहने वाले पशु कारोबारी राजेश कुमार, गोंडा से बछड़े खरीदकर चालक प्रेम के साथ लेकर जा रहे थे, उसी वक्त घटना हुई थी। चालक प्रेम फिरोजाबाद के फरिहा सुनाव का रहने वाला है।

बना रखा था गिरोह
एडीसीपी ने बताया कि शेरू के गिरोह में छह से सात सदस्य हैं। पूछताछ में पता चला कि क्षेत्र में जहां भी प्लाङ्क्षटग होती है शेरू, लड़कों की मदद से वसूली करता है। 22 फरवरी को शेरू ने गिरोह के लड़कों के साथ मिलकर ट्रक चालक से आगरा एक्सप्रेस-वे पर वसूली का प्रयास किया था। विरोध पर हवाई फायङ्क्षरग की थी। गिरोह के अन्य लड़कों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

पुलिस ने उठाया तो चौकी घेरी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वारदात के बाद भागते समय एक्सप्रेस-वे के पास एक मस्जिद के बाहर लगे सीसी कैमरे में श्रमजीत कैद हो गया था। पुलिस ने उसकी स्कूटर के नंबर और फुटेज के आधार पर उसे दबोचा। पुलिस शुक्रवार रात श्रमजीत को लेकर मोहान रोड चौकी पहुंची। सूचना पर काफी लोग श्रमजीत को छुड़ाने के लिए चौकी पहुंच गए। घेराव कर हंगामा करने लगे। एडीसीपी, एसीपी काकोरी और इंस्पेक्टर पारा ने लोगों को वापस भेजा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि श्रमजीत के खिलाफ पुलिस के पास साक्ष्य हैं कि उसने ही गोली मारी है। इस लिए उसे छोड़ा नहीं जाएगा।