- सीतापुर के संदना एरिया की घटना

- नशे में धुत होकर दाग रहे थे गोलियां, दो अन्य घायल

- एक कॉन्सटेबल व उसका साथी अरेस्ट, दूसरा कॉन्सटेबल व एक अन्य फरार

LUCKNOW/ SITAPUR: सीतापुर के संदना एरिया में सोमवार रात तिलक समारोह के दौरान लखनऊ से गए दो ट्रैफिक कॉन्सटेबल्स ने नशे में धुत होकर अधाधुंध फायरिंग कर दी.फायरिंग की चपेट में आकर एक किशोर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि, दो घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिये जिला अस्पताल में एडमिट कराया। जहां हालत नाजुक बताई जा रही थी। एक कॉन्सटेबल व उसके साथी को अरेस्ट कर लिया है, जबकि दूसरा कॉन्सटेबल व एक अन्य फरार हैं।

डांस के दौरान करने लगे फायरिंग

सीतापुर के संदना एरिया स्थित महसुई गांव निवासी अनंतराम के बेटे रजनीश का सोमवार को तिलक समारोह आयोजित किया गया था। अनंतराम का भाई लखनऊ ट्रैफिक पुलिस में तैनात कॉन्सटेबल रामदास अपने साथी कॉन्सटेबल अवनींद्र सिंह तोमर के साथ इस समारोह में शामिल होने के लिये पहुंचा था। रात करीब 11 बजे तिलक चढ़ाया गया। जिसके बाद पार्टी में आरकेस्ट्रा का प्रोग्राम शुरू हुआ। रात करीब 1.45 बजे स्टेज पर बार बालाएं डांस कर रही थीं। इसी बीच रामदास व अवनींद्र सिंह तोमर ने बंदूकों से यकायक अधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

मच गया कोहराम

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रामदास और अवनींद्र इस कदर नशे में धुत थे कि वह खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। बार बालाओं के डांस के बीच वे दोनों स्टेज पर चढ़ गए और फायरिंग करते हुए डांस करने लगे। एक गोली स्टेज के नीचे बैठे महेंद्र (16) के चेहरे व गर्दन पर जा लगी जिससे उसने दम तोड़ दिया। वहीं, कुछ छर्रे बगल में बैठे गौरीश और रोहित के भी जा लगे।

चार के खिलाफ नामजद एफआईआर

पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर कॉन्सटेबल रामदास, कॉन्सटेबल अवनींद्र, वर के पिता अनंतराम और संतोष के खिलाफ गैरइरादतन हत्या व आ‌र्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपी अनंतराम व रामदास को अरेस्ट कर लिया है।

लखनऊ से ले गया था ऑरकेस्ट्रा ग्रुप

पुलिस की पूछताछ में अनंतराम ने बताया कि भतीजे के तिलक समारोह को लेकर कॉन्सटेबल रामदास बेहद उत्साहित था। रामदास पार्टी में 'रंग' जमाने के लिये लखनऊ से ऑरकेस्ट्रा ग्रुप लेकर आया था। इस ऑरकेस्ट्रा ग्रुप में सिंगर्स के साथ ही नाचने के लिये बार बालाओं को भी ले जाया गया था।

खुद ही बांटे असलहे

ग्रामीणों के मुताबिक, पार्टी शुरू होने से पहले रामदास ने सभी को जमकर शराब पिलाई। नशे में धुत होने के बाद रामदास व अवनींद्र की फरमाइश पर डांस का प्रोग्राम शुरू हुआ। इसी बीच रामदास ने लाइसेंसी बंदूक अवनींद्र को दे दी और खुद पिता की लाइसेंसी बंदूक निकाल लाया। उसने संतोष को अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर दे दी। जिसके बाद वे लोग अधाधुंध फायरिंग करने लगे।