लखनऊ (ब्यूरो)। डीसीसीपी पश्चिम एस चिनप्पा ने बताया कि चौक में खुनखुन जी ज्वैलर्स के मालिक उत्कर्ष अग्रवाल से रंगदारी मांगने वाले सुल्तानपुर के बघराजपुर बांसमंडी निवासी विवेक यादव और सुल्तानपुर के मोतियारपुर निवासी अमित यादव को गिरफ्तार किया है। इन लोगों की पुलिस 21 मार्च से तलाश कर रही थी। चौक स्थित खुनखुन जी कोठी निवासी उत्कर्ष अग्रवाल को 21 मार्च को सुबह 11.35 बजे एक व्हाट्सएप कॉल आई थी। उन्होंने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का आदमी बताते हुए 30 लाख रुपये न देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी। साथ ही पैसा न देने की बात कहने पर कहा कि तुमको अपने परिवार से प्यार नहीं है क्या! तुम नहीं जानते कि हम क्या कर सकते हैं, यदि जानना चाहते हो तो आज बता देंगे।

बिजनेसमैन और ज्वैलर्स टारगेट पर

एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि उत्कर्ष अग्रवाल की तरफ से दर्ज एफआईआर के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। सर्विलांस की मदद से दोनों को शुक्रवार को चारबाग रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। ये लोग गाजियाबाद में रहकर प्राइवेट नौकरी कर रहे थे। इनको सोशल मीडिया के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के विषय में जानकारी हुई। वहां से उन्हें आइडिया मिला कि लॉरेंस के नाम से वे यूपी में किसी बड़े बिजनेसमैन या ज्वैलर्स से मोटी रकम वसूल सकते हैं। जल्दी पैसा कमाने के चलते दोनों ने इसकी प्लानिंग की और फिर उसे अंजाम दिया।

इंटरनेट से तलाशा था नंबर

आरोपियों ने टारगेट को फिक्स करने के लिए गूगल में कई लोगों को सर्च किया था, जिसके बाद खुनखुन जी ज्वैलर्स का नंबर खोजा और फिर व्हाट्सएप कॉल के जरिए रंगदारी मांगी। उन्हें अंदाजा था कि व्हाट्सअप कॉल ट्रेस नहीं हो सकेगी। चौक पुलिस दोनों के आपराधिक इतिहास के विषय में जानकारी जुटा रही है।