कानपुर (ब्यूरो)। यूं तो कानपुर में 1& मई को मतदान होना है लेकिन दिव्यांग और सुपर सीनियर सिटीजंस वोटर वेडनेसडे से ही अपना वोट डाल सकेंगे। कानपुर और अकबरपुर दोनों लोकसभा क्षेत्रों में चिन्हित दिव्यांग व बुुजुर्ग पोस्टल बैलेट से वोट करेंगे। 8 मई से 10 मई तक 80 पोलिंग पार्टियां उनके घर जाकर वोट कराएंगी और उसकी वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जाएगी। दोनों लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1677 वोटर्स हैं जो कि चालीस प्रतिशत दिव्यांग और 85 वर्ष के ज्यादा के उम्र वाले है। उनके इलेक्शन में पोस्टल बैलेट से वोट कराने के लिए 80 पोलिंग पार्टियों को वेडनेसडे मार्निंग 8 बजे से रवाना किया जाएगा।

12 डी फार्म से ले ली गई सहमति
डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन कमीशन ने कानपुर और अकबरपुर लोकसभा सीट में विधानसभावार सर्वे कराने के साथ ही 12 डी फार्म भरवाकर दिव्यांग व 85 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले वोटर से सहमति पत्र ले लिया है। इसमें 85 वर्ष की उम्र से सबसे ज्यादा कानपुर लोकसभा में 608 बुजुर्ग वोटर्स हैं। जबकि &0& दिव्यांग वोटर हैं। वहीं अकबरपुर लोक सभा सीट पर 475 बुजुर्ग वोटर और 291 दिव्यांग वोटर है।

पहली बार यूथ व दिव्यांग बूथ
लोकसभा इलेक्शन में पोलिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए पहली बार इलेक्शन कमीशन ने दिव्यांग व यूथ बूथ बनाने का निर्देश दिया है। इसके तहत डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन कमीशन ने दो दिव्यांग बूथ बनाए हैं जो कानपुर लोकसभा क्षेत्र के किदवई नगर विधानसभा क्षेत्र के यूपी किराना सेवा समिति स्कूल और अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर शारदा नगर में बनाया गया है। वहीं यूथ बूथ कैंट विधानसभा क्षेत्र में फेथफुलगंज और महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र में गुरु हरराय एकेडमी में बनाया गया है। दिव्यांग बूथ पर दिव्यांग कर्मचारियों की पोलिंग ड्यूटी लगाई जाएगी और यूथ बूथ पर पोलिंग ड्यूटी में लगाने वाले महिला व पुरुष कर्मचारियों की उम्र 28 वर्ष से ज्यादा नहीं होगी।

एनआरआई सिटी होगा मॉडल पोलिंग सेंटर
एनआरआई सिटी में पहली बार पोलिंग सेंटर बनाया गया है। यहां पोलिंग सेंटर को मॉडल पोलिंग सेंटर बनाया गया है। इसके अलावा दोनों लोकसभा क्षेत्रों में 10 पिंक बूथ (महिला बूथ) और हर विधानसभा क्षेत्र में 6-6 मॉडल पोलिंग सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें सेफ्टी प्वाइंट से लेकर गर्मी से बचने के लिए शेड, ड्रिकिंग वॉटर की सुविधा, लाइटिंग, बैठने की व्यवस्था आदि सभी मूलभूत सुविधा मुहैया कराई जाएगी। वहीं वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए एनआरआई सिटी में बनाए गए पोलिंग सेंटर एसी हॉल (कम्यूनिटी सेंटर) में बनाया गया है।