लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान में आए दिन होने वाली बवाल की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला में इमरजेंसी सर्जरी विभाग के डॉक्टर द्वारा इंटर्न को थप्पड़ जड़ दिया गया। आरोप है कि इंटर्न द्वारा मरीज का सही से इलाज नहीं किया जा रहा था, जिससे नाराज होकर डॉक्टर ने इंटर्न की पिटाई कर दी। मामले को लेकर पीडि़त ने संस्थान प्रशासन से लिखित में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, संस्थान प्रशासन ने जांच के बजाए लीपापोती शुरू कर दी है।

सबके सामने जड़ दिया थप्पड़

लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टर करीब 2 बजे मरीजों का देख रहे थे। इसी दौरान डॉक्टर द्वारा वहां तैनात एक इंटर्न को मरीज से जुड़ा काम करने को कहा गया, लेकिन इंटर्न वो काम ठीक से नहीं कर पा रहा था। इस बात पर डॉक्टर गुस्सा हो गये और उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर को इमरजेंसी में मौजूद सभी लोगों के सामने थप्पड़ जड़ दिये। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने इंटर्न को अपशब्द भी कहे। वहीं, पिटाई से दुखी रेजिडेंट ने संस्थान प्रशासन व डीन से लिखित शिकायत की और संस्थान के व्हाट्सएप ग्रुप पर लेटर भी भेजा है। साथ ही अधिकारियों से मिलकर अपनी पीड़ा भी बयान की। आरोप है कि अधिकारी आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई करने के बजाए उसे बचाने में जुट गए और पीडि़त पर सुलह करने का दबाव बनाने लगे। हालांकि, पीडि़त ने सीसीटीवी फुटेज खगालकर जांच करने की मांग की।

पीडि़त ने कार्रवाई की मांग करी

इंटर्न ने शिकायती पत्र में कहा है कि आरोपी डॉक्टर लिखित तौर पर माफी मांगे। उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया जाए, ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो। इसके लिए कमेटी गठित की जाए, ताकि इंटर्न डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ सुरक्षित महसूस करें। यदि संस्थान प्रशासन इस पर उचित कार्रवाई नहीं करता है तो इंटर्न नेशनल मेडिकल कमीशन में शिकायत करने को मजबूर होंगे। हालांकि, प्रवक्ता डॉ। एपी जैन के मुताबिक डीन ने मामले को लेकर जांच कमेटी गठित कर दी है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।