- सफाई के लिए भुगतान की जाने वाली राशि ड्राइवर को

- बसें गंदी मिलने पर ड्राइवर के खिलाफ होगी कार्रवाई

LUCKNOW:

रोडवेज बसों को साफ रखने के लिए परिवहन मंत्री ने रोडवेज के एमडी को शानदार सुझाव दिया है। इस सुझाव के लागू होने के बाद रोडवेज की बसों की सफाई की जिम्मेदारी ड्राइवर के पास होगी। इससे बसें तो साफ रहेंगी ही वहीं ड्राइवरों की आमदनी भी बढ़ेगी। इस सुझाव पर चर्चा परिवहन मंत्री और रोडवेज बसों के एमडी के बीच कैसरबाग बस अड्डे पर हुई। परिवहन मंत्री और एमडी दोनों ही बुधवार को कैसरबाग बस अड्डे पर दिव्यांग स्टाल के उद्घाटन पर पहुंचे थे।

सफाई के लिए मांगा था सुझाव

एमडी डॉ। राजशेखर ने बसों में गंदगी की समस्या को दूर करने के लिए सुझाव मांगा। इस पर परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि अन्य कामर्शियल वाहन इसलिए साफ और फिट रहते हैं क्योंकि इसकी जिम्मेदारी ड्राइवरों की होती है।

वसूली जाए पेनाल्टी

मंत्री ने कहा कि ऐसे में रोडवेज बसों की सफाई की जिम्मेदारी ड्राइवरों को दी जाए। बस की सफाई के लिए किया जाने वाला 60 रुपए प्रति बस का भुगतान ड्राइवर को किया जाए। इससे बसें भी साफ रहेंगी और ड्राइवरों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। परिवहन मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस व्यवस्था को लागू करने के बाद डेली चेकिंग की जाएगी और अगर बस में गंदगी मिली तो ड्राइवर से पेनाल्टी वसूली जाए।

परिवहन मंत्री से चर्चा हो चुकी है लेकिन अभी इसे प्रयोग में नहीं लाया जा सका है। इस पर विचार किया जा रहा है।

डॉ। राजशेखर, एमडी

परिवहन निगम

दिव्यांगों को रोजगार देने की योजना

दिव्यांगों के लिए रोजगार को बढ़ावा देने के लिए निगम ने सभी बस स्टेशनों पर दिव्यांग स्टाल खोलने का प्रस्ताव पास किया था। इसी क्रम में बुधवार को कैसरबाग बस अड्डे पर दिव्यांग स्टाल की शुरुआत हुई। पिंकी राजपूत यहां अपने स्टाल पर खाने-पीने के आइटम की सेल कर अपनी आजीविका चलाएंगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, प्रमुख सचिव परिहवन आरके सिंह, परिवहन निगम के अध्यक्ष संजीव सरन और परिवहन निगम के एमडी डॉ। राजशेखर ने उन्हें स्टाल की चाभी सौंपी। प्रदेश के करीब 200 बस अड्डों पर दिव्यांगों को ऐसे रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। 6 दिसंबर को एक स्टॉल की शुरुआत आलमबाग बस टर्मिनल पर होगी।