लखनऊ ब्यूरो: एंडोमेट्रियोसिस बीमारी से बांझपन और सेक्सुअल इंटरकोर्स में भी परेशानी देखने को मिलती है। इस बीमारी का जल्द पता नहीं चलता है क्योंकि यह माहवारी के दौरान होने वाले दर्द से शुरू होती है। इस तरह के कई मामले क्वीन मेरी अस्पताल में सामने आ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि अगर समय रहते इस बीमारी का पता न चले तो यह काफी खतरनाक हो जाती है।

दर्द बढऩे पर आती हैं महिलाएं
क्वीन मेरी अस्पताल की डॉ। आरती श्रीवास्तव ने बताया कि इस बीमारी से पीडि़त महिलाएं इलाज के लिए तभी आती हैं, जब दर्द असहनीय हो जाता है। अल्ट्रासाउंड कराया जाता है तो पता चलता है कि उनके अंडाशय में सिस्ट हो रही है, जिसके चलते वे गर्भधारण नहीं कर पा रही हैं। यह बीमारी जब बढ़ जाती है तो शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करने लगती है।

एशियन महिलाओं में समस्या अधिक
डॉ। आरती ने बताया कि एशियन महिलाओं में यह समस्या अधिक होती है। जिन महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी होती है उनमें 30 से 50 प्रतिशत में यह समस्या होने की आशंका रहती है। वहीं 70 फीसद महिलाओं में पेल्विक दर्द के कारण यह समस्या हो सकती है। बिना लक्षण वाले मरीजों में भी कई बार यह बीमारी देखने को मिलती है। इस समस्या का शिकार अधिकतर महिलाएं 25 से 35 वर्ष की अवस्था के बीच की हैं।

लक्षण के आधार पर इलाज
अभी इस बीमारी का कोई पुख्ता इलाज नहीं मिल सका है, क्योंकि इसके होने के कारणों का ही पूरी तरह पता नहीं चल सका है। लक्षण के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। दर्द की दवा दी जाती है लेकिन अगर दर्द कंट्रोल नहीं होता है तो हार्मोनल ट्रीटमेंट भी किया जाता है और सर्जरी तक करनी पड़ती है। कई बार सर्जरी दोबारा तक की जाती है।

क्या होती है ये बीमारी
डॉ। आरती श्रीवास्तव ने बताया कि एंडोमेट्रोयोसिस गर्भाशय में होने वाली एक ऐसी बीमारी है, जिसमें एंडोमेट्रियम ऊतक गर्भाशय से बाहर बढऩे लगता है। एस्ट्रोजन हार्मोन पर आश्रित यह एक क्रानिक और लगातार बढऩे वाली बीमारी है। इसकी जद में ओवरी, फेलोपियन ट्यूब और पेल्विस के आसपास के ऊतक भी आ जाते हैं। कई बार यह लिवर और किडनी को भी प्रभावित करता है।

ये हैं लक्षण
- मासिक के दौरान तेज दर्द
- कमर में दर्द का रहना
- माहवारी के दौरान लाल रंग की पेशाब होना
- लैट्रिन के रास्ते ब्लड निकलना

एस्ट्रोजन हार्मोन पर आश्रित यह एक क्रानिक और लगातार बढऩे वाली बीमारी है। इसकी जद में ओवरी, फेलोपियन ट्यूब और पेल्विस के आसपास के ऊतक भी आ जाते हैं।
डॉ। आरती श्रीवास्तव, क्वीन मेरी अस्पताल