LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी पुलिस में शामिल होने का सपना देख रहे लाखों अभ्यर्थियों ने शनिवार को दो शिफ्ट में एग्जाम दिया। शुक्रवार रात से एग्जाम देने के लिए अभ्यर्थियों का आना शुरू हो गया था। इस एग्जाम को लेकर राजधानी में पुख्ता तैयारियां की गई हैं।

सुबह से ही उमड़ी भीड़
पुलिस में 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए शनिवार को एग्जाम हुआ। नकल रोकने के लिए सेंटर्स पर जैमर भी लगाए गए थे। इस एग्जाम के लिए राजधानी में 113 सेंटर्स बनाए गए हैं। कुल 2,74,944 अभ्यर्थी एग्जाम में शामिल होंगे।

यहां से परीक्षा देने पहुंचे थे अभ्यर्थी
राजधानी के 113 परीक्षा केंद्रों पर सिपाही पद का एग्जाम संपन्न हुआ। पहले दिन प्रदेश सभी जिलों के आलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, हरियाणा और झारखंड के परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। दो दिनों तक चलने वाले सिपाही पद के एग्जाम में 48,17,441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सभी केंद्रों के बाहर सुबह से ही पुलिस बल तैनात रहा। राजधानी के 29 थानाक्षेत्र अंतर्गत 133 परीक्षा केंद्र बनाए गए है।

मेंटली प्रिपेयर हुए अभ्यर्थी
सभी सेंटर्स पर सुबह से ही अभ्यर्थियों की लाइन लग गई थी। कड़ी निगरानी के साथ सभी को सेंटर्स में प्रवेश दिया गया। दोपहर 12 बजे पहली पाली का एग्जाम देकर जब अभ्यर्थी बाहर निकले तो दूसरी पाली के अभ्यर्थियों ने उनके पेपर देख अपनी तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने अंदाजा लगाया कि पेपर किस तरह का आएगा।

डीजीपी, डीएम भी मोर्चे पर
डीजीपी प्रशांत कुमार ने गोमतीनगर के मालवीय विद्या मंदिर इंटर कॉलेज और जेएमडी पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल का निरीक्षण किया। वहीं डीएम सूर्यपाल गंगवार ने अयोध्या सिंह मेमोरियल इंटर कालेज जाकर जायजा लिया। वहीं, डीआरएम रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने पहुंचे। वहीं, रेलवे स्टेशन पर छोटी और बड़ी लाइन पर मेडिकल कैंप लगाया गया।

सीसीटीवी कैमरों से नजर
दूसरी पाली का एग्जाम दोपहर 3 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे संपन्न हुई। नकलविहिन एग्जाम कराने के लिए केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट दिखाई दिए। सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी गई। परीक्षा केंद्रों के बाहर वरिष्ठ अधिकारी जायजा लेते रहे।

मोबाइल जमा करने में दिक्कत
एग्जाम शुरू होने से पहले अभ्यार्थियों के लिए सेंटर्स में मोबाइल या केंद्र के बाहर मोबाइल और बैग जमा करना आफत भरा रहा। कई अभ्यर्थियों ने सेंटर्स पर बैग और मोबाइल किसी तरह जमा किए तो बहुतों ने सेंटर्स से कुछ दूरी पर स्थित दुकानों में अपना सामान जमा कराया। परीक्षा छूटने के बाद बैग और मोबाइल वापस लेने के लिए भी लंबी-लंबी लाइनें लगीं। पुलिस ने सेंटर्स के आसपास की दुकानों को बंद करा दिया था।

भरा रहा प्लेटफार्म नंबर-6
दूसरी पाली का एग्जाम छूटने के बाद रेलवे और बस स्टेशनों के आस पास वाहनों के पहिए थम गए। चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-6 पर पैर रखने तक की जगह नहीं बची। शाम पांच बजे जब परीक्षा छूटी तो अवध बस डिपो के अलावा कैसरबाग, चारबाग और आलमबाग डिपो के बाहर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वाहन इंच-इंच आगे बढऩे को मोहताज थे। पीक आवर में आफिसों की छुट््टी होते ही हालात और बिगड़ गए। गंज, महात्मा गांधी मार्ग, अशोक मार्ग और अयोध्या रोड पर भीषण जाम लग गया। रात आठ बजे तक यही हालात यहां बने रहे।

कहां से इतनी गिरफ्तारियां
मऊ, कौशांबी, झांसी, गाजीपुर, बलिया, वाराणसी, आगरा, एटा, हाथरस, फिरोजाबाद, कानपुर, देवरिया, जौनपुर और बिजनौर से 58 सॉल्वर की गिरफ्तारी हुई।

क्या बोले अभ्यर्थी
पेपर बहुत आसान था, इसमें 150 सवाल पूछे गए थे। दो घंटे का समय था, काफी अच्छा पेपर हुआ है। अब रिजल्ट का इंतजार है।
दीपक कश्यप, अमेठी

कई सालों से पुलिस में आने की तैयारी कर रहा हूं। पेपर भी ठीक हुआ है। अगर कोई धांधली नहीं हुई थी सेलेक्शन पक्का है।
हर्षित कुमार, मेरठ

पुलिस में नौकरी करने का सपना रहा है। बहुत दूर से आई हूं, इस उम्मीद से की परीक्षा में पास हो जाऊं। अब रिजल्ट का इंतजार है।
पूजा ओझा, पश्चिम बंगाल

पेपर आसान था। इसमें हिंदी के 35, रिजनिंग के 55 मैथ के 20 समेत अन्य कई सवाल थे। सारे सवाल आसान थे।
मानसी प्रजापति, बीकेटी, लखनऊ