लखनऊ (ब्यूरो)। डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा ने बताया कि आरआर सिन्हा मेमोरियल अस्पताल में कई गैर कानूनी काम होने की बात सामने आई है। गिरफ्तार एडमिनिस्ट्रेटिव हेड लव शेखर सक्सेना से कई अहम साक्ष्य हाथ लगे हैं। वहां काम करने वाले कर्मचारियों व डॉक्टर की संलिप्तता भी सामने आई है। चेयरमैन डॉ। एमसी सक्सेना के भी शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं। जल्द ही कॉलेज की आड़ में छात्रों के भविष्य और लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

अन्य आरोपी अंडरग्राउंड

सूत्रों के अनुसार लव शेखर सक्सेना की जमानत अर्जी खारिज होते ही संस्थान से जुड़े लोग अंडरग्राउंड हो गए हैं। उन्हें विवेचना के आधार पर आरोपी बनाया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है।

चेयरमैन 9 फरवरी से है गायब

डॉ। एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन डॉ। एमसी सक्सेना 9 फरवरी की सुबह से परिवार के साथ गायब हैं। पुलिस उनके अलीगंज चंद्रलोक कॉलोनी और महानगर स्थित घर पर नोटिस लगा चुकी है।

यह था मामला

ठाकुरगंज पुलिस ने 8 फरवरी को डॉ। आरआर सिन्हा मेमोरियल अस्पताल में मान्यता के लिए मजदूरों को बंधक बनाकर इलाज करने का खुलासा किया था। मौके से एडमिनिस्ट्रेटिव हेड लव शेखर को गिरफ्तार किया गया था। मेडिकल कॉलेज की मान्यता के मानक पूरा करने के लिए डॉ। एमसी सक्सेना कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में दिहाड़ी मजदूरों को बंधक बनाकर उन्हें मरीज के तौर पर भर्ती किया गया था।