लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप इनकम टैक्स भरते हैं, तो होथियार हो जाएं। दरअसल, आपके पास आईटीआर रिफंड की इनकम टैक्स के नाम से फेक मेल आ सकती हैैं। इसमें इनकम टैक्स रिफंड का अमाउंट भी दिया जाता है। इन पैसों के लालच में अगर मेल पर क्लिक किया या फिर उसमें पूछी गई डिटेल भरी, तो आप ठगी का शिकार हो सकते हैैं। कई लोगों को ऐसी मेल आ रही हैैं। साइबर क्राइम सेल ने इसके लिए चेतावनी भी जारी की है। ऐसी मेल पर न रिस्पांड करें और न ही उसे क्लिक करें।

आईटी डिपार्टमेंट के नाम से आती है मेल

पीजीआई निवासी आकाश को एक मेल में आई। उन्होंने उसे खोल कर देखा तो उसमें उनको 41,563 रुपए इनकम टैक्स रिफंड मिलने की जानकारी थी। उनसे उसी मेल में दिए गए एक लिंक पर क्लिक कर रिफंड क्लेम करने को कहा गया। आकाश को मिले मेल में की भाषा सरकारी विभाग जैसी थी। ऐसे में आकाश को भरोसा हो गया कि ये रिफंड मेल इनकम टैक्स की ओर से ही भेजा गया है। उन्होंने लिंक ओपन किया और उसमें मांगी गई व्यक्तिगत और अकाउंट डिटेल भर दी। आकाश को एक ओटीपी मिला, जो उन्होंने शेयर कर दिया। आकाश अपना क्लेम का पैसा खाते में आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन थोड़ी देर बाद उनके खाते से 45 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया।

साइबर सेल में आ रहीं शिकायतें

साइबर क्राइम सेल प्रभारी रंजीत राय ने बताया कि मौजूदा समय में ऐसे कई शिकायतकर्ता रोजाना आ रहे हैं, जिन्हें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से रिफंड क्लेम करने के नाम पर ठगी हो रही है। हालांकि, कई ऐसे भी हैं जिन्हें ठगने को कोशिश की गई, लेकिन जागरूकता के चलते उनके पैसे बच गए। उन्होंने बताया कि न सिर्फ साइबर पुलिस बल्कि इनकम टैक्स भी समय-समय पर लोगों को फेक मैसेज को लेकर जागरूक होने की बात कही जा रही है।

मेल के जरिए मांगी जाती है डिटेल

साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि ठग लोगों को जो मेल भेज रहे हैं उसमें कई तरह की जानकारी मांगी जाती है। जैसे पैन नंबर, पूरा नाम, पत्राचार पता, पिनकोड, मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ, ईमेल एड्रेस, बैंक खाता नंबर, आधार नंबर व बैंक का नाम। इन डिटेल को भरने के बाद जब आगे बढ़ा जाता है तो आपके एक नंबर पर ओटीपी आता है उसे उसमें भरने के लिए कहा जाता है और जैसे ही यूजर ऐसा करता है उसके अकाउंट से पैसा निकल जाता है।