- केजीएमयू ने फर्जी साइन कर ब्लड दिलाने का झांसा देने वाले दलालों पर कराई एफआईआर

LUCKNOW:केजीएमयू में फर्जी साइन कर तीमारदारों को पैसों के बदले ब्लड देने की शिकायत सामने आई है। पहले भी कई बार ऐसे मामले पकड़ में आए हैं। इस बार विभाग की ओर से दलालों पर कार्रवाई की बात कही गई है। विभागाध्यक्ष प्रो। तुलिका चंद्रा की ओर से प्राक्टर को मामले की जानकारी देते हुए एफआईआर कराने की मांग की है। जिस पर प्राक्टर ने एफआईआर दर्ज करा दी है।

दलालों के बारे में बताया

प्राक्टर को लिखे लेटर में प्रो। तुलिका चंद्र ने बताया है कि सीतापुर निवासी राजकुमार और प्रयागराज निवासी दिलीप कुमार ने लिखित शिकायत की है कि हॉस्पिटल गेट पर दलालों ने पैसे के बदले ब्लड दिलाने की बात कही थी। फर्जी पर्ची लगाकर ब्लड लेते पकड़े जाने पर दलाल भाग गए। लेटर में मो। सुल्तान के नेतृत्व में दलाली का काम चलाने की बात कही गई है। पत्र में नाम, पता व मोबाइल नंबर आदि जानकारियां भी दी गई हैं। प्रो। तुलिका ने एफआईआर दर्ज करवाने के साथ उचित कार्यवाही की बात भी कही है।

गार्ड पर भी लगे आरोप

इस पूरे मामले में विभाग में तैनात एक गार्ड का नाम भी सामने आ रहा है। ऐसे में विभाग ने सभी पुराने गार्डो को बदल दिया है। वहीं ब्लड लेने आने वालों से गहन पूछताछ भी की जा रही है।

लेटर में इनके नाम

विभाग में भेजे गए शिकायती लेटर में कई दलालों के नाम हैं, जो फर्जी पैड छपवाने के साथ पर्चे में फ्री तक लिखने का काम करते हैं। लेटर में मो। सुल्तान खान, मो। सोनू, मो। हैदर अब्बास, मो। राशिद, मो। फैसल, मो। अकील, अनिल दीक्षित, मो। आजाद, मो। मोनू और मो। शाहिल आदि के नाम शामिल हैं।

कोट

मामले पर एफआइआर दर्ज करा दी गई है। आगे की कार्यवाही पुलिस करेगी। साथ ही लोगों को इसके प्रति अवेयर किया जाएगा, ताकि कोई दोबारा दलालों के जाल में न फंसे।

- डॉ। आरएएस कुशवाहा, प्राक्टर केजीएमयू

मामला संज्ञान में आते ही सभी पुराने गार्ड को बदल दिया गया है। ब्लड देते समय और एहतियात बरती जाएगी। पूरी जानकारी करने के बाद ही ब्लड दिया जाएगा।

- डॉ। तुलिका चंद्रा, विभागाध्यक्ष ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग