लखनऊ (ब्यूरो)। वक्त शनिवार दोपहर 11 बजकर 10 मिनट। बादशाहनगर स्थित ट्रिनिटी स्क्वायर शॉपिंग काम्प्लेक्स के ग्राउंड फ्लोर पर चारों तरफ धुआं भर गया, यहां आग लगने की सूचना पर चीख पुकार मच गई। काम्प्लेक्स में बैंक, कोचिंग सेंटर समेत अन्य ऑफिसेज में करीब 60 से ज्यादा कर्मचारी और छात्र-छात्राएं फंस गए, आग की लपटें और धुआं देख सभी ने भागकर अपनी जान बचाई। फायर ब्रिगेड की 10 गाडिय़ों ने करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

धुआं-धुआं हुआ काम्प्लेक्स

बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के पास ट्रिनिटी स्क्वायर काम्प्लेक्स है, इसमें एनीमेशन कंसल्टेंट सेंटर, बैंक ऑफिस, लाइफ इंश्योरेंस, इलेक्ट्रिक शोरूम, कोचिंग सेंटर समेत अन्य ऑफिसेज हैं। शनिवार दोपहर करीब सवा ग्यारह बजे कांप्लेक्स के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित उदयगंज निवासी संजय अग्रवाल के आर्किटेक्चर लाइटिंग कॉनसेप्ट शोरूम में बल्ब और बिजली के तार के पास से चिंगारियां निकलीं और आग भड़क गई। प्लास्टिक और इलेक्ट्रिक सामानों से निकलने वाले धुएं से लोगों का दम घुटने लगा। वहां मौजूद लोग तुरंत बाहर की तरफ भागे, लेकिन काम्प्लेक्स के ऊपरी हिस्से में मौजूद लोगों को आग लगने के बारे में नहीं बताया गया।

पार्किंग एरिया से भागकर बचाई जान

घटना की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड की दी गई। फायर ब्रिगेड अधिकारियों समेत महानगर की थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। महानगर इंस्पेक्टर प्रशांत मिश्रा अपनी टीम के साथ पहुंचे तो ऊपर के हिस्से में स्थित ऑफिस में मौजूद लोगों को आग की सूचना देकर सभी को पार्किंग के रास्ते निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। काम्प्लेक्स कर्मचारी राजकुमार ने बताया कि ऊपर के हिस्सें में इतना धुआं नहीं पहुंचा था, लेकिन सभी डर गए थे। पुलिस ने समय रहते आग की जानकारी दी तो सभी लोग बाहर निकले, वरना कई लोग फंस जाते।

ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर अंदर पहुंचे

लाइटिंग का शोरूम होने की वजह से पूरे ग्राउंड फ्लोर पर बिजली का तार दौड़ा ह़ुआ था, जिसकी वजह से आग दीवारों के अंदर तक पहुंच गई। सूचना पर सीएफओ मंगेश कुमार, हजरतगंज, चौक, इंदिरानगर, गोमतीनगर समेत अन्य फायर स्टेशन के दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन धुआं ज्यादा होने की वजह से अंदर जाना मुश्किल हो गया। इसपर काम्प्लेक्स की पहले मंजिल के कांच को तोड़ा गया और ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर दमकल कर्मी अंदर पहुंचे। दीवारों में छेद कर पानी अंदर डाला गया, आग पर 10 गाडिय़ों ने करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया।

नहीं मिले बचाव के इंतजाम

काम्प्लेक्स में आग लगते ही वहां मौजूद लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, पर उनके पास उचित इंतजाम न होने के कारण वे आग पर काबू नहीं पा सके। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि यहां पर आग से बचाव के कोई उपाय नहीं थे। अग्निशमन उपकरण तक नहीं थे, पूरी बिल्डिंग में रोजाना डेढ़ से दो सौ लोग मौजूद रहते हैं, शनिवार होने के कारण कुछ ऑफिस समय से खुले नहीं थे। बता दें कि कुछ महीनों पहले इस बिल्डिंग के पास मौजूद एक अन्य बिल्डिंग में आग लगने की वजह से एक शख्स की जान चली गई थी।

आर्किटेक्चर लाइटिंग कांसेप्ट के गोदाम में आग लगी थी, गत्ता और फॉल्स सीलिंग से आग ने विकराल रूप ले लिया। आग पर काबू पा लिया गया है, इसमे किसी को जानी नुकसान नहीं हुआ है। काम्प्लेक्स में आग बुझाने के उपकरण नहीं मिले। नोटिस भेजकर कार्यवाही की जाएगी।

-मंगेश कुमार, सीएफओ

क्या बोले लोग

मैं अपने ऑफिस का काम रही थी, तभी पता चला कि नीचे के फ्लोर में आग लगी हुई है। जैसे-तैसे वहां से नीचे की तरफ भागी और अपनी जान बचाई

-पुष्पा

मैं ऑफिस में थी, तभी सब शोर मचाने लगे कि नीचे आग लगी हुई है। मेन गेट से नीचे आई तो धुआं भरा हुआ था, जिसके बाद पार्किंग एरिया से बाहर आई।

-रेशमा

शोरूम में बल्ब के पास चिंगारी निकली और आग लग गई। पहले तो आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन आग बुझने के बजाय और बढ़ गई।

-रवि कुमार

मैं अपने कंप्यूटर पर काम कर रही थी, तभी पुलिस वाले आए और कहा नीचे आग लगी है, जिसके बाद पूरा स्टाफ पार्किंग वाले एरिया से बाहर आया।

-अंजली