लखनऊ (ब्यूरो)। हजरतगंज की लीला सिनेमा रोड स्थित प्रिंस मार्केट बिल्डिंग में गुरुवार सुबह आग लगने से अफरातफरी मच गई। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की दर्जनों गाडिय़ां व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने आग पर काबू पाया। हालांकि, आग बुझने के कुछ देर बाद दोबारा भड़कने की सूचना पर पूरी बिल्डिंग को खाली कराया गया। आग बिल्डिंग के सेकेंड फ्लोर में लगी थी। आग की लपटों ने चौथे फ्लोर को भी अपने चपेट में ले लिया।

कोचिंग तक पहुंचीं आग की लपटें
हजरतगंज स्थित प्रिंस मार्केट की दूसरी मंजिल में बने आरओ कंपनी के ऑफिस में सुबह आग लग गई। आग लगने की सूचना 10 बजकर 45 मिनट पर फायर विभाग के कर्मियों को मिली। सूचना के बाद पहुंचे फायर विभाग के कर्मियों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बिल्डिंग में आग लगने से चौथे फ्लोर पर कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ रहे तीन बच्चे फंस गए, जिनको रेस्क्यू करके सकुशल निकाला गया।

मार्केट में 100 से ज्यादा दुकानें
हजरतगंज के साहू सिनेमा के पीछे बने प्रिंस मार्केट में 100 से ज्यादा दुकानें हैं। ज्यादातर दुकानों में कपड़े का कारोबार होता है। इसके अलावा कोचिंग सेंटर और अन्य सामान की दुकानें भी हैं। आग की सूचना पर उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जेसीपी लॉ एंड आर्डर पीयूष मोर्डिया, डीसीपी सेंट्रल व एडीसीपी समेत हजरतगंज थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि आग बुझा दी गई है। किसी भी तरीके की जनहानि नहीं हुई है। नुकसान की जानकारी रिपोर्ट तैयार होने के बाद पता चल सकेगी। फायर विभाग कर्मियों को आग लगने के कारण पता करने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।


मालिक ने बंद कर दिया डोर
कॉम्प्लेक्स के कर्मचारी बनी ने बताया कि रोज की तरह वह प्रिंस मार्केट में सफाई करने पहले तल के एक कोचिंग सेंटर पहुंचा था। 9:30 के आसपास अग्रवाल साहब के कॉल सेंटर के पास मौजूद कोचिंग सेंटर में सफाई कर रहा था। इसी दौरान उनके ऑफिस के अंदर से शार्ट सर्किट की तेज आवाज आने लगी। आवाज सुनकर कोचिंग का स्टाफ व वह खुद वहां पहुंचा तो अग्रवाल ने ऑफिस के अंदर जाने से रोक दिया। बनी के मुताबिक, धीरे-धीरे अंदर से धुआं आने लगा तो शादाब सर (कोचिंग में पढ़ाने वाले) फायर एक्सटिंगिशर लेकर ऑफिस की ओर दौड़े तो अग्रवाल के स्टाफ ने अंदर जाने से मना कर दिया और ऑफिस को बाहर से लॉक कर वहां से चले गये।

पहले इंडक्शन चूल्हे में आग लगी
बिल्डिंग के पहले तल पर चलने वाली कोचिंग में पढ़ाने वाले शादाब ने बताया कि इंडक्शन चूल्हे में लगी आग ने वहां रखी फाइलों को चपेट में ले लिया। उन लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन ऑफिस के मालिक ने घुसने ही नहीं दिया और देखते-देखते उसी के बगल में मौजूद बैटरी की दुकान में भी आग लग गई।

कुछ बच्चे हो गए बेहोश
तीसरे तल पर सीसीटीवी कैमरों की दुकान में काम करने वाले राजन ने बताया कि 10.30 बजे तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। वह तीसरे तल की 306 नंबर दुकान में मौजूद थे। धुआं देखते ही सभी लोग छत की ओर भाग रहे थे। दुकानों, ऑफिस में काम करने वाले लड़के-लड़कियां व कोचिंग में पढऩे वाले स्टूडेंट्स चिल्लाते हुए भाग रहे थे। राजन ने बताया जैसे ही वह छत के पास पहुंचे तो ताला लगा हुआ था। धुआं बढ़ रहा था जिसके चलते ताला तोडऩे में समय लगा और इस दौरान कुछ बच्चे बेहोशी की हालत में चले गए।

तारों का जाल फैला हुआ है
पहले ही तल पर आरपी शर्मा का ऑफिस है। वह पेशे से आर्किटेक्ट हैं। आरपी शर्मा ने बताया कि प्रिंस कॉम्प्लेक्स में 20 सालों से ऑफिस है। वह भी यहां फैली हुई अराजकता से परेशान है। हर तल के कॉरिडोर में बिजली की तारों का जाल फैला हुआ है। सीढिय़ों पर कूड़ा व गत्ते फेंके जाते हैं।

फायर फाइटिंग के नहीं थे इंतजाम
चार मंजिला प्रिंस मार्केट में फायर फाइटिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी। कहने को पूरे फायर फाइटिंग सिस्टम जरूर लगे थे, लेकिन वे चालू हालत में नहीं थे। यहां तक कि फायर कर्मियों ने भी उन सिस्टम से कोई मदद नहीं ली। बिल्डिंग में धुआं इस कदर भरा था कि फायर कर्मियों को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर अंदर जाना पड़ा। फायर ब्रिगेड के साथ-साथ एसडीआरएफ के जवान भी मौके पर पहुंच और आग बुझाने में मदद की।

कपड़े की दो दुकानों में लगी आग, छत ढही
यहियागंज में नादान महल रोड पर मुन्ने लाल कोठी में स्थित ड्रेस और चिकन की दुकान में गुरुवार को आग लग गई। देखते-देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की तपिश से दुकान की छत ढह गई। इस बीच तेज धमाका हुआ जिससे अफरातफरी मच गई। फायर कर्मियों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। गुरुवार साप्ताहिक बंदी के कारण पूरी मार्केट बंद थी।

डेढ़ घंटा लगा काबू पाने में
मुन्ना लाल कोठी में भूतल पर संजीव रस्तोगी की कमल ड्रेसेज के नाम से दुकान है। वहीं, पहले तल पर उनके चचेरे भाई मनोज रस्तोगी का चिकन के कपड़ों का काम है। गुरुवार दोपहर बाद संजीव की दुकान में आग लग गई। आग की लपटें बढ़ीं और चिकन की दुकान तक पहुंच गई। चपेट में आकर वह भी चलने लगी। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी। चौक, हजरतगंज, बीकेटी और आलमबाग से फायर विभाग के कर्मी पहुंचे। उन्होंने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बीच एकाएक आग की तपिश के कारण छत ढह गई। छत ढहने से तेज धमाका हुआ, जिससे अफरातफरी मच गई। एसीपी आईपी सिंह ने बताया कि अग्निकांड के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ है। मार्केट की साप्ताहिक बंदी थी। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था। दोनों दुकानों में काफी कपड़े का माल भरा था।