लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्वी जोन पुलिस ने गुरुवार को दो ऐसे अलग-अलग गिरोह का पर्दाफाश किया, जो बंद फ्लैटों में चोरी और लोगों के घरों में ड्राइवर का काम कर चोरी करते थे। दोनों गिरोह के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान हापुड़ निवासी आरिफ उर्फ कल्लू, रईश, मेरठ निवासी मुस्तकीम, बाराबंकी निवासी विजय कुमार और राजन गुप्ता के रूप हुई है।

बंद फ्लैट को बना रहे थे निशाना

डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि 13 अक्टूबर को बीबीडी पुलिस को दिलीप कुमार यादव ने तहरीर में बताया था कि फैजाबाद रोड स्थित गोयल हाइट्स टावर-9 के फ्लैट नंबर 702 का ताला तोड़कर चोरों ने जेवरात और कैश पर हाथ साफ कर दिया है। 27 मई को वृंदावन योजना कैलाश इंक्लेव निवासी हेमंत कुमार ने बताया था कि उनके फ्लैट का ताला तोड़कर जेवरात और कैश चोरी कर लिया गया। जिसके बाद आरोपी आरिफ, रईश और मुस्तकीम को गिरफ्तार किया। इनके पास से चोरी की एक्टिवा, अवैध पिस्टल, प्वाइंट 32 बोर के जिंदा कारतूस, कैश, जेवर बरामद हुआ है।

मास्टरमाइंड पर 32 केस

पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का मास्टरमाइंड आरिफ है। ये लोग बंद फ्लैटों में रेकी कर चोरी करते थे। चोरी किए जेवर को ये मेरठ निवासी नीटम को बेचते थे। इन तीनों के अलावा इनके गैंग में शामिल नई दिल्ली कुरैजी निवासी इज्जत अली, मेरठ निवासी मैनुद्दीन और जेवरात खरीदने वाले आरोपी नीटम की धरपकड़ के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। आरोपी आरिफ के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद समेत अन्य शहरों में चोरी के 32, मुस्तकीम पर एक और रईस पर हापुड़ और लखनऊ के थानों में 4 केस दर्ज हैं।

ड्राइवर बनकर चोरी का काम

क्राइम ब्रांच और विभूतिखंड पुलिस ने बाराबंकी निवासी विजय कुमार और राजन गुप्ता को गुरुवार को पालीटेक्निक चौराहा बांसमंडी रोड से गिरफ्तार किया है। डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त आरोपी अपने मालिक के घर ड्राइवरी का काम करते थे और मौका पाकर घर से आलमारी से जेवरात और कैश चोरी कर फरार हो जाते थे। इनके कब्जे से दो कंगन, दो झुमका, दो अंगूठी, चार पायल, गणेश-लक्ष्मी जी की मूर्ति समेत दो हजार रुपये कैश बरामद किया गया है।