- कांशीराम कॉलोनी के खाली प्लाट में थे पड़े, एक को कुत्ता लेकर भागा

- ¨सदूर और आलता से लगे थे तिलक, पुलिस जांच में जुटी

KANPUR: पनकी के कांशीराम कॉलोनी में सोमवार सुबह उस वक्त हलचल बढ़ गई, जब लोगों ने एक खाली प्लाट में पांच नरमुंड पड़े देखे। ¨सदूर, काजल और आलता से रंगे-पुते सभी नरमुंड पुराने हैं। आशंका है कि इनका इस्तेमाल तंत्र-मंत्र साधना के लिए किया गया होगा। बाद में इन्हें यहां फेंक दिया गया। पुलिस ने चार नरमुंड कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस के आने से पहले एक नरमुंड कुत्ता लेकर भाग गया, जिसका पता नहीं चल सका।

कांशीराम आवास योजना की कॉलोनी के ठीक सामने खाली प्लाट में सोमवार सुबह करीब आठ बजे एक स्थानीय महिला सुनीता ने सड़क किनारे नाली के उस पार प्लाट में नरमुंड पड़े देखे। चार नरमुंड प्लाट में थे, जबकि एक सूखी नाली में पड़ा था। मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस को सूचना दी गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मौका पाकर नाली में पड़ा नरमुंड लेकर एक कुत्ता भाग गया। पुलिस ने बाकी चार नरमुंड कब्जे में ले लिए। फॉरेंसिक टीम ने वैज्ञानिक परीक्षण किया। एसपी पश्चिम डॉ। अनिल कुमार ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दीपावली के समय तंत्र-मंत्र के लिए नरमुंड इस्तेमाल करके फेंके गए हैं। हर पहलू पर पड़ताल हो रही है।

बता दें कि घाटमपुर में भी तंत्र-मंत्र के चक्कर में कुछ दिन पहले ही बड़ी घटना हुई थी। एक बच्ची की हत्या करके अंग निकाल लिए गए थे। अब नरमुंड मिलने की घटना इशारा कर रही है कि जिले में वर्तमान में भी तंत्र-मंत्र करने वाले सक्रिय हैं।

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डेढ़ साल पुराने हैं नरमुंड, होगी डीएनए जांच

फॉरेंसिक टीम ने वैज्ञानिक परीक्षण की रिपोर्ट डीआइजी को सौंपी है। रिपोर्ट के मुताबिक, सभी नरमुंडों में क्रेक फ्यूजन (हड्डियों में दरार का संलयन) है, जो व्यक्ति के बालिग होने का प्रमाण है। दांतों की बनावट से भी बालिग होने की पुष्टि हुई है। बेंजामीन टेस्ट भी निगेटिव आया है। इसमें आठ महीने पुराना तक रक्त प्रकाश में आ जाता है। इसका मतलब है कि ये सभी आठ महीने से ज्यादा पुराने हैं। स्कल्टन (नरमुंड) में कार्बोनीफिकेशन मिला है। जब मिट्टी में कम से कम डेढ़ वर्ष तक हड्डी दबी रहती है तो उसमें कैल्शियम का क्षरण शुरू हो जाता है और कार्बन जमने लगता है, जिसे कार्बोनिक फिकेशन कहते हैं। इस आधार पर नरमुंड डेढ़ वर्ष पुराने हैं। एक भी नरमुंड में हत्या से मृत्यु होने की पुष्टि नहीं हुई है। नरमुंड पुरुषों या स्त्रियों के हैं, फॉरेंसिकविशेषज्ञों ने यह जानने के लिए डीएनए जांच कराने की संस्तुति की है।