लखनऊ (ब्यूरो)। गोमतीनगर में पुलिस बनकर बाइक सवार दो बदमाशों ने बुजुर्ग महिला से इलाके में हत्या का डर दिखाकर गहने ले लिए। बातों में उलझा कर जालसाजों ने उन्हें एक कागज की पुड़िया में गहने लपेट कर दे दिए और चले गए। थोड़ी देर बाद जब पीड़िता ने पुड़िया खोली तो उसमें पत्थर रखे मिले।

डॉक्टर को दिखाने आयी थी

चिनहट के देवा रोड दयाल फार्म निवासी उज्ज्वल कुमार ने बताया कि वह अपनी मां पूनम सिंह का इलाज विवेकखंड गोमतीनगर से करवा रहे हैं। सुबह वह मां को लेकर नर्सिंग छोड़ने के बाद ऑफिस चले गए। इस बीच मां को बाइक सवार दो युवक मिले और खुद को पुलिसकर्मी बताया। उन्होंने कहा कि थोड़ी दूर पर एक हत्या हुई है और ऐसे में गहने पहनकर घूम रही है। आपके साथ भी वारदात हो सकती है। इसका झांसा देकर उन लोगों ने गहने उतार लिए।

पुड़िया में मिला पत्थर

युवकों ने एक कागज देकर कहा कि गहने लपेट लो और इस कागज पर साइन कर दो। जिससे आपको आगे कोई नहीं रोकेगा। बातों में आकर पीड़िता ने पुड़िया उन लोगों को दे दी, लेकिन इसी बीच बातों में उलझा शातिरों ने पुड़िया बदल दी और चले गए। थोड़ी देर बाद पता चला कि पुड़िया में पत्थर रखे हैं। पुलिस का कहना है कि आसपास लगे सीसीटीवी की मदद से जालसाजों का पता लगाया जा रहा है।

केजीएमयू कर्मी बताकर उतरवाए जेवर

अम्बेडकर नगर निवासी पंकज पांडेय के मुताबिक 20 जून को माता-पिता को केजीएमयू में दिखाने लाए थे। अस्पताल में मिले एक शख्स ने खुद को केजीएमयू का कर्मचारी बताते हुए जल्दी जांच का झांसा देकर 2100 रुपये लिए। इसके बाद उसने पिता को लाइन में पर्चा कटवाने के लिए लगाकर मां सुनीता को लेकर ट्रॉमा सेंटर गया। जांच कराने से पहले गहने उतारने को कहा। जेवर उतारने से मना किया तो अपशब्द बोला। इसपर मां ने चेन और अंगूठी उतारकर दी तो वह वहंा से गायब हो गया।