लखनऊ (ब्यूरो)। भले ही बस स्टैैंड और रेलवे स्टेशन पर सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर दी गई हो लेकिन कई पैसेंजर्स चकमा देकर इधर-उधर से निकल जाते हैं। जिसकी वजह से उनकी जांच नहीं हो पाती है। जबकि डीएम की ओर से पहले से ही फोकस टेस्टिंग करने के निर्देश दिए गए हैैं। ऐसे में अब इस निर्देश का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

पूछे जाएंगे सवाल

बस स्टैैंड या रेलवे स्टेशन पर मौजूद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमें पैसेंजर्स से कई सवाल भी पूछेंगी। जिसमें मुख्य रूप से उनका नाम, मोबाइल नंबर, एड्रेस के साथ ही उनकी हेल्थ हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी। जिसके आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे। अगर किसी पैसेंजर का टेंप्रेचर अधिक मिलता है तो तत्काल उसकी आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी।

कंट्रोल रूम से फोन

बस स्टैैंड या रेलवे स्टेशन पर जो मोबाइल नंबर पैसेंजर्स की ओर से लिखाये जाएंगे, उनका मौके पर ही सत्यापन किया जाएगा। जिससे कोई पैसेंजर गलत मोबाइल नंबर न नोट करा दे। इसके बाद कोविड कंट्रोल रूम के माध्यम से औचक तरीके से किसी भी पैसेंजर को चार या पांच दिन बाद कॉल कर उसकी हेल्थ के बारे में जानकारी ली जाएगी।