-निलंबित तत्कालीन एसपी मणिलाल के कार्यकाल में खूब हुआ भ्रष्टाचार

-कई बार तबादलों को लेकर उठे सवाल पर साहब के सामने सब चुप

<द्गठ्ठद्द>रून्॥ह्रक्चन्: जिले के एसपी रहे मणिलाल पाटीदार के निलंबन के बाद पुलिस महकमे में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। उनके 10 माह के कार्यकाल में जिले में जमकर खेल हुए। चहेते मोहरों को मलाईदार थानों में फिट कर अवैध वसूली की बिसात बिछाई थी। उनके मातहतों के तबादला आदेशों को लेकर भी कई बार सवाल उठे, लेकिन साहब के डर से सब चुप्पी साधे रहे।

पता लगा रहे भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी

कबरई के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी का भ्रष्टाचार को लेकर बनाया गया वीडियो वायरल नहीं होता तो शायद खेल यूं ही चलता रहता। भ्रष्टाचार की बात सामने आने पर खुद मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर मणिलाल पाटीदार को कुलपहाड़ के वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजू सिंह, एसओ खन्ना राकेश सरोज व आरक्षी राजकुमार कश्यप समेत निलंबित कर दिया। पूर्व एसपी समेत एसआई राजू सिंह व इंस्पेक्टर राकेश सरोज पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया। बात यहीं खत्म नहीं होती है, ये चेहरे तो सामने वाले थे, लेकिन पर्दे के पीछे भी कई किरदार हैं। प्रकरण में अभी जांच चल रही है। अधिकारी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं। इसमें दूसरे विभागों के जिम्मेदारों के नाम सामने आ सकते हैं।

आठ लाख में बिकते थे थाने

निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार के कार्यकाल के दौरान पांच बार महकमे में फेरबदल किया गया। सूत्र बताते हैं कि साहब को खुश कर पसंदीदा थाना लेना आसान था। कबरई थाना सभी की पहली पसंद था। सात से आठ लाख रुपये प्रतिमाह में इसकी बोली लगती थी। एसपी ने अपने कार्यकाल में करीब पांच बार कोतवाली, थानों और चौकी प्रभारियों के तबादले किए। हर दूसरे माह फेरबदल करने को लेकर भी चर्चाएं रहीं।

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कोट

निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार पर स्थानीय स्तर पर हुए मुकदमों की जांच सीओ सिटी महोबा करेंगे। संपत्ति की जांच लखनऊ विजिलेंस टीम करेगी।

के.सत्यनारायण, आइजी, चित्रकूट धाम परिक्षेत्र