लखनऊ (ब्यूरो)। सहालग के अलावा धनतेरस, दीपावली और अक्षय तृतीया के अवसर पर भी सर्राफा बाजार में जबरदस्त बिक्री देखने को मिलती है। इस बार अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को मनाई जायेगी। इसे देखते हुए सर्राफा बाजार भी ग्राहकों को लुभाने को तैयार है, क्योंकि इस दिन भी सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ज्वेलर्स के मुताबिक, गोल्ड के अलावा लोग अब डायमंड की भी ज्यादा डिमांड कर रहे हैं। इसका सस्ता होना डिमांड की बड़ी वजह है। वहीं, बीते साल के मुकाबले इसबार 25-30 फीसदी तक अधिक बिकवाली की उम्मीद की जा रही है।

25-30 फीसदी उछाल की उम्मीद

अक्षय तृतीया पर यू तो गोल्ड की खरीदारी शुभ मानी जाती है। पर समय के साथ कस्टमर्स की पसंद भी बदलती जा रही है। अब कस्टमर्स गोल्ड के अलावा डायमंड पर भी फोकस कर रहे हैं। ज्वेलर्स की माने तो डायमंड की खरीदारी में बीते कई सालों में 100 फीसदी तक का उछाल आया है। इसकी बड़ी वजह इसका सस्ता होना है। अब 6 हजार की रेंज से इसकी शुरुआत हो रही है। बीते साल राजधानी में अक्षय तृतीया के अवसर पर 14 करोड़ 83 लाख रुपये के सोने की खरीदारी हुई, जबकि 115 किग्रा चांदी की बिक्री हुई थी। इसबार अक्षय तृतीया में 25-30 फीसदी उछाल की उम्मीद है।

डायमंड की खरीदारी हुई तेज

डीडिवास के आवेग मेहरोत्रा के मुताबिक, पहले लोग गोल्ड की खरीदारी पर ज्यादा फोकस करते थे। पर अब डायमंड की खरीदारी भी तेज हो गई है। बीते एक साल में गोल्ड के दामों में करीब 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। ऐसे में छोटे कस्टमर्स कम हुए हैं। हालांकि, शादी का सीजन आने वाला है, ऐसे में डिमांड में तेजी देखने को मिल सकती है। खासतौर पर डायमंड को लेकर कस्टमर्स में क्रेज बढ़ा है, क्योंकि डायमंड अब सस्ते दरों पर मिलने लगा है। इसकी बिक्री भी पहले के मुकाबले ज्यादा हो रही है। खासतौर पर लाइट वेट ज्वेलरी की डिमांड सबसे ज्यादा है, क्योंकि अब लोग हेवी ज्वेलरी अवाइड करते हैं। बीते साल की अक्षय तृतीया के मुकाबले इसबार की बात करें तो मार्केट अभी स्लो है। हालांकि, उम्मीद है कि अक्षय तृतीया वाले दिन अच्छी बिक्री होगी।

गोल्ड की खरीदारी ठीक चल रही

अग्रवाल ज्वेलर्स के ओनर प्रदीप अग्रवाल के मुताबिक, सोने महंगा होने का असर खरीदारी पर पड़ा है। पहले जो 100 ग्राम सोना खरीदता था अब महंगाई के कारण 50 ग्राम ही खरीद रहा है। हालांकि, अक्षय तृतीया और सहालग को देखते हुए उम्मीद है कि खरीदारी अच्छी होगी। लोग अब गोल्ड के साथ डायमंड की भी डिमांड कर रहे हैं। खासतौर पर रिंग, ईयररिंग एंगेजमेंट रिंग की डिमांड बढ़ी है।

अक्षय तृतीया पर इसबार अच्छी खरीदारी की उम्मीद है। कस्टमर गोल्ड के अलावा डायमंड की भी खरीदारी कर रहा है।

-आवेग मेहरोत्रा, ओनर, डीडिवास

गोल्ड की डिमांड पहले की ही तरह बनी हुई है। हालांकि, महंगाई का थोड़ा असर पड़ा है। पर अच्छी बिक्री की उम्मीद है।

-प्रदीप अग्रवाल, ओनर, अग्रवाल ज्वेलर्स

अक्षय तृतीया पर सोने की बिक्री

- 2022 में सोना - 14.83 करोड़ रुपये

- 2019 में सोना - 9.65 करोड़ रुपये

- 2018 में सोना - 9 करोड़ रुपये

- 2017 में सोना - 9 करोड़ रुपये

नोट - कोरोना के चलते 2020 और 2021 में अक्षय तृतीया पर बिक्री नहीं हो सकी थी।

नोट - उप्र सर्राफा एसोसिएशन द्वारा उपलब्ध आंकड़े।

अक्षय तृतीया पर मिल रहा रोहिणी नक्षत्र व सौभाग्य योग

वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष अक्षय तृतीया रविवार को है। इस वर्ष वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि रविवार को सुबह 8:08 तक है। उदया तिथि के अनुसार रविवार को ही अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जायेगा। इस बार रविवार को रोहिणी नक्षत्र व सौभाग्य योग मिल रहा है। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय ने दी।

ऐसे करें पूजन

अक्षय तृतीया के दिन समुद्र स्नान व मध्याह्न काल में सत्तू, शर्करा, जल, फल, मिष्ठान, पंखा आदि सामग्रियों के दान का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। मध्याह्न काल में चंद्रमा वृष के रहेंगे साथ ही रोहिणी नक्षत्र व सौभाग्य योग रहेगा। इसी दिन आदि शक्ति जगदंबा जब बाल्यावस्था में थीं उस समय ऋषियों ने उन्हें अक्षय पात्र दिया और यह वर भी दिया कि इसमें रखा हुआ अन्न कभी भी पूर्ण रहेगा। इसलिए जन साधारण को चाहिए कि वे अक्षय तृतीया के दिन पीतल के पात्र में गोदूग्ध से खीर बनाकर भगवती अन्नपूर्णा को भोग लगाकर सभी परिवारीजनों को वितरित करें। उसके बाद उस पात्र में चावल या गेंहू भरकर रख दें। परिणामस्वरूप एक वर्ष तक घर में भोजन की कमी नहीं होगी व सबका आपसी सामंजस्य बना रहेगा। उपरोक्त तिथि में किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से अभीष्ट की प्राप्ति होती है।