लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को केजीएमयू में कई नई चिकित्सीय सुविधाओं का शुभारंभ किया। जहां गवर्नर ने रेडियो गूंज के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की, वहीं तीन नवीन सुविधाओं एक्सरे इरैडिएटर, सीवेज ट्रीटमेंट एवं एफ्लूयेंट ट्रीटमेंट प्लांट तथा इंटरवेंशन रेडियोलॉजी वार्ड का शुभारंभ भी किया।

नैक ए प्लस पर दी बधाई

आयोजन के दौरान गवर्नर ने विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्राप्त करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि मेडिकल विश्वविद्यालय और सामान्य विश्वविद्यालय में काफी अंतर होता है। मेडिकल विश्वविद्यालय का दायरा तथा समाज के लिए उनकी जिम्मेदारियां बहुत वृहद और अहम होती हैं। अपनी जिम्मेदारियों का अच्छी तरह से निर्वहन करते हुए भी नैक में अच्छा प्रदर्शन करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

महिलाओं को मिले लाभ

आगे बोलते हुए गवर्नर ने रेडियो केजीएमयू गूंज के एक वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देते हुए सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय की रेडियो केजीएमयू गूंज टीम द्वारा आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदाय जैसे कि हमारी महिलाएं, हमारी बेटियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सरल तरीके से पहुंचाने के साथ विशेषज्ञों की बातों को भी सहज भाषा में प्रसारित किया जाए।

मीलेट का फायदा सभी को मिले

इसके अलावा उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मिलेट मेले का भी उद्घाटन किया तथा कहा कि बदलती जीवनशैली में स्वस्थ शरीर के लिए आहार में मिलेट को जोडऩा जरूरी हो गया है। वर्ष 2023 को देश के प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय मीलेट वर्ष घोषित किया है तथा उन्होंने मोटे अनाज को एक नया नाम श्री अन्न दिया है। इसलिए मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय को महिलाओं और बेटियों को पोषण और स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्वोत्तम आहार मिलेट्स को अपनी जीवनशैली में शामिल करने के लिए जागरूक करने का कार्य करना चाहिए इसके साथ ही कुपोषण, टीबी, महिलाओं की शत-प्रतिशत डिलीवरी चिकित्सालय में ही हो तथा फीडिंग जैसे गंभीर विषय को भी उठाना चाहिए। इस अवसर पर केजीएमयू के वीसी डॉ। बिपिन पुरी, डॉ। कीर्ति वर्मा, डॉ। तुलिका चंद्रा, डॉ। विनीत शर्मा, डॉ। एके त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

अब मिलेगा और अधिक सेफ एंड प्योर ब्लड

इस दौरान गवर्नर ने ब्लड बैंक में लगाई गई एक्सरे इरैडिएटर का शुभारंभ किया। विभागाध्यक्ष प्रो। तुलिका चंद्रा ने बताया कि देश में इस तरह की यह दूसरी मशीन है। इसकी मदद से ब्लड प्लाज्मा और प्लेटलेट्स को और अधिक प्योर और सेफ किया जा सकेगा। जिससे इंफेक्शन का खतरा और भी कम हो जायेगा। जिसका फायदा ट्रांसफ्यूजन वाले मरीजों को मिलेगा।