लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के ब्लड बैंक से मिलने वाला ब्लड अब पहले के मुकाबले अधिक प्योर और सेफ होगा। विभाग में हाई टेक एक्स-रे इरेडिएटर मशीन लगाई गई है, जो ब्लड में मौजूद अशुद्धियों को दूर करने का काम करेगी। यह मशीन देश में एम्स के बाद केजीएमयू में है। इसके साथ ही इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी वार्ड की भी शुरुआत होगी, जिसका उद्घाटन मंगलवार को गवर्नर आनंदीबेन पटेल करेंगी। इस मौके पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और राज्यमंत्री मयंकेश्वर सिंह भी मौजूद रहेंगे।

करीब दो करोड़ की मशीन

ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की एचओडी प्रो। तुलिका चंद्रा के मुताबिक, करीब दो करोड़ की एक्स-रे इरेडिएटर मशीन लगाई गई है। ब्लड में ल्यूको साइट और साइटोकाइन या डब्ल्यूबीसी समेत अन्य जो समस्या होती है, उनको यह मशीन हटा देती है। जिससे रिएक्शन होने की संभावना बेहद कम हो जाती है। ऐसे में ट्रांसफ्यूजन के मरीजों खासकर थैलेसीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया, ल्यूकीमिया हीमोफिलीया आदि बीमारियों से जूझ रहे मरीजों में यह अधिक फायदेमंद है। चूंकि इसकी रनिंग कॉस्ट नहीं है। महज 4 मिनट में 4 यूनिट का पूरा प्रोसेस हो जाता है।

10 बेड का नया वार्ड

वहीं, रेडियोडायग्नोसिस विभाग के एचओडी प्रो। अनित परिहार ने बताया कि कई पेशेंट ऐसे होते है जिनमें सर्जरी नहीं हो सकती है, वहां इंटरवेंशनल सर्जरी के माध्यम से काम किया जाता है। इससे सर्जरी के खतरे कम हो जाते है। पहले विभाग में ऐसे मरीजों के लिए व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब 2 वेंटिलेटर बेड समेत कुल 10 बेड का वार्ड तैयार किया गया है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

केजीएमयू मरीजों के हितों में लगातार काम कर रहा है। इन सुविधाओं से मरीजों के इलाज में बड़ी राहत मिलेगी।

-डॉ। बिपिन पुरी, वीसी, केजीएमयू