लखनऊ (ब्यूरो)। सीएम योगी ने कहा कि गुरु नानकदेव अपनी साधना और सिद्धी से भक्ति की पराकाष्टा पर पहुंचे हुए थे। सिख गुरुओं की परंपरा और इससे जुड़े लोगों का जो इतिहास रहा हो, उसके बगैर भारत का इतिहास अधूरा है। इस पर्व को पूरे भारत के पर्व के तौर पर मनाना चाहिए। उन्होंने बाबर जैसे आक्रांता को उसके सामने जाबर कहने का साहस किया था। हमें सिख गुरुओं के देश हित के लिए किए गए कामों से प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए।

बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे

कार्यक्रम की शुरुआत श्री अखंड पाठ साहिब से हुई। इसके बाद पांच प्यारों की अगुवाई में संगत द्वारा गुरुग्रंथ साहिब की शाही सवारी को शबद कीर्तन गायन करते हुए गुरुद्वारा साहिब से नाका हिंडोला होते हुए डीएवी कॉलेज में भव्य पंडाल में ले जाया गया। यहां फूलों से सुसज्जित भव्य स्टेज पर गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया। कार्यक्रम में लखनऊ एवं आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और गुरुबाणी का रसपान किया।

शबद गायन से किया निहाल

सभा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने उपस्थित संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी। भाई जसबीर सिंह ने अपनी मधुरवाणी में कलि तारण गुरु नानक आइया।।। शबद कीर्तन गायन कर समूह संगत को निहाल किया। उनके बाद भाई जसपाल वीर सिंह ने साहिब श्री गुरु नानक देव के जीवन पर विचार व्यक्त किए। रागी जत्था भाई संतोख सिंह ने गुरु का शबद रतन हीरे जित जड़ाओ।।। शबद कीर्तन गायन कर संगत को मंत्रमुध कर दिया। भाई सुरजीत सिंह ने सति गुर नानक प्रगटिआ मिटी धुंध जगि चानणु होआ।।। शबद कीर्तन गायन कर संगत को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान केकेएनएस गुरमत संगीत एकेडमी एवं सिमरन साधना परिवार के बच्चों एवं माता गुजरी सतसंग सभा की सदस्याओं ने भी शबद कीर्तन गायन किया।

गुरु का लंगर चखा

अरदास के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावा फ्री मेडिकल कैंप लगाया गया। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत, लंगर वितरण सिख यंग मेंस एसोसिएशन एवं दशमेश सेवा सोसाइटी द्वारा की गई थी।

गुरुगं्रथ साहिब पर फूलों की वर्षा

वहीं ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी यहियागंज में भी श्री गुरु नानक देव का 552वां प्रकाश पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि सुबह 5 बजे दीवान की शुरुआत हुई जो देर रात 1:30 बजे समाप्त हुआ। इस अवसर पर गुरुद्वारा साहब को विशेष फूलों एवं लाइटों से सजाया गया। इस अवसर पर भाई कुलदीप सिंह एवं भाई दलबीर सिंह ने शबद गायन किया। सिंघ साहब ज्ञानी गुरमिंदर सिंह ने गुरु नानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं रात के 1.10 बजे गुरु ग्रंथ साहब के ऊपर गुलाब के फूलों की वर्षा हुई। यहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब का आशीर्वाद लेने प्रियंका गांधी भी पहुंची।