लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में बड़े उद्योगों के आने की आहट मात्र से ही एमएसएमई सेक्टर (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग) की उम्मीदों को पंख लगते नजर आ रहे हैैं। अगर बड़े उद्योग लगे तो इसका सीधा फायदा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को मिलेगा। इसके साथ ही ओडीओपी प्रोडक्ट्स का भी प्रचार होगा।

नई पॉलिसी का दिखेगा असर

एक्सपट्र्स की माने तो प्रदेश सरकार की ओर से एमएसएमई सेक्टर के लिए जो नई पॉलिसी लाई गई है, उसका सीधा फायदा इस सेक्टर को मिलने जा रहा है। वहीं, ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में जो निवेशक सामने आए हैैं और उनकी तरफ से जो निवेश संबंधी प्रस्ताव दिए गए हैैं, उसका सीधा फायदा एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा। जब बड़े उद्योग लगेंगे तो उनके लिए यही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की इकाईयां काम करेंगी। इससे रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे साथ ही लोगों की परचेजिंग पावर भी बढ़ेगी। इसका सीधा फायदा मार्केट सेक्टर को भी मिलेगा।

घरेलू उद्योग को मिला बड़ा हिस्सा

यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में करीब 32 लाख करोड़ रुपये का जो निवेश आया है, उसका एक बड़ा हिस्सा घरेलू उद्योग से जुड़ा हुआ है। राज्य में बड़े निवेशों के साथ-साथ छोटे निवेशों को आकर्षित करने की दिशा में समान रूप से जोर दिया गया है। जब निवेश बेहतर आएगा तो इसका सीधा असर व्यापारिक क्षेत्र के माहौल पर भी पड़ेगा।

एमएसएमई ही बनते हैं ईको सिस्टम

यह बात स्पष्ट है कि जब कोई बड़ा उद्योग लगता है तो उसको सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होती है, जैसे मशीन की दुकानें, उपकरण निर्माता, मरम्मत और रखरखाव, अपने कर्मचारियों के लिए खानपान सेवाएं, परिवहन, रसद, होटल इत्यादि। ऐसे में ये सहायक एमएसएमई ईको सिस्टम के रूप में बड़े उद्योग की मदद करते हैैं। जो भी उद्योग लगाने संबंधी निवेश प्रस्ताव आए हैैं, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में एमएसएमई सेक्टर सुनहरे दौर की आशा कर सकते हैैं।

बोले उद्यमी

राज्य में व्यापार के माहौल को आसान बनाने की दिशा में बड़ी पहल की गई है। सभी उद्योगों के लिए कारोबारी माहौल को आसान बनाने के लिए सुदृढ़ कानून व्यवस्था जरूरी है। जब भी किसी क्षेत्र में कोई बड़ा उद्योग स्थापित किया जाता है तो उसका व्यापक असर होता है। समिट में राज्य में बड़े निवेशों के साथ-साथ छोटे निवेशों को आकर्षित करने की दिशा में समान रूप से जोर दिया गया है। यूपी के लगभग सभी जिलों से 1 से 50 करोड़ तक के निवेश प्रतिबद्धताओं की भारी मात्रा उसका प्रमाण है। आने वाला समय एमएसएमई सेक्टर के लिए सुनहरा साबित होगा।

-विनम्र अग्रवाल, चेयरमैन, सीआईआई यूपी स्टेट काउंसिल

एक तरफ जहां प्रदेश सरकार की एमएसएमई सेक्टर से जुड़ी नई पॉलिसी इस सेक्टर को नई दिशा देने जा रही है, वहीं दूसरी तरफ इंवेस्टर्स समिट में जो बड़े उद्योग लगने संबंधी निवेश प्रस्ताव आए हैैं। उससे साफ है कि इसका सीधा फायदा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग को मिलेगा। इतना ही नहीं, जब एमएसएमई सेक्टर ग्रोथ करेगा तो इसका फायदा ओडीओपी प्रोडक्ट्स को भी मिलेगा साथ ही रोजगार के अवसर भी सामने आएंगे।

-मुकेश सिंह, स्टेट हेड, उत्तर प्रदेश इंडो कनाडा चेंबर ऑफ कॉमर्स