-- मंगलवार से लागू होंगी नई दरें

-- एसजीपीजीआई, लोहिया के समान होंगी नई दरें

- 15 से 25 परसेंट तक महंगी होंगी सेवाए, मरीजों पर बढ़ेगा इलाज का बोझ

LUCKNOW: केजीएमयू में हार्ट के इलाज महंगा होगा। इसके साथ ही पैथोलॉजी जांचे व अन्य सर्विसेज भी महंगी करने की तैयारी है। जिसके बाद केजीएमयू में सस्ता इलाज अब बीते जमाने की बात हो जाएगी। केजीएमयू में हार्ट और अन्य बीमारियों का इलाज कराने वालों को अब एसजीपीजीआई और लोहिया इंस्टीट्यूट के बराबर खर्च करना पड़ेगा।

सबसे सस्ता है इलाज

केजीएमयू की लॉरी कार्डियोलॉजी में अभी हार्ट का इलाज अन्य सभी संस्थानों के मुकाबले काफी कम है। जिसके कारण केजीएमयू प्रशासन यहां भी हार्ट के रोगियों की सेवाओं को महंगा करने जा रहा है। केजीएमयू प्रशासन ने लोहिया और एसजीपीजीआई की दरों को मंगाकर अध्ययन कर लिया है। जिसका जल्द ही आदेश जारी हो सकता है। अभी लोहिया और एसजीपीजीआई में एंजियोप्लास्टी का खर्ज में 15 से 20 हजार का अंतर है लेकिन रेट्स बढ़ने केबाद केजीएमयू में भी दिल के रोगियों को इलाज कराना महंगा पड़ेगा।

15 से 25 परसेंट तक बढ़ोत्तरी

केजीएमयू के सूत्रों के मुताबिक शुल्क में बढ़ोत्तरी 15 से 25 परसेंट तक की जा सकती है। यह बढ़ोत्तरी सिर्फ कार्डियोलॉजी ही नहीं पैथोलॉजी, सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, मेडिसिन, सहित अन्य विभागों में भी लागू की जाएगी। सबसे अधिक असर कार्डियोलॉजी और पैथोलॉजी पर ही पड़ेगा। पिछले कुछ माह से केजीएमयू प्रशासन लगातार इलाज की दरों में बढ़ोत्तरी कर रहा है। पहले रजिस्ट्रेशन फिर, बेड चार्ज और आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में शुल्क बढ़ाया जा चुका है। उसके बाद से लगातार केजीएमयू में इलाज महंगा हो रहा है। अब नंबर हार्ट के रोगियों का है। इसके साथ ही पैथोलॉजी सर्विसेज भी महंगी की जाएंगी।

बेड चार्ज पहले ही किया था महंगा

इससे पहले नवंबर माह में केजीएमयू में बेड चार्ज शून्य से बढ़ाकर सीधे 100 रूपए कर दिया गया था। ट्रॉमा सेंटर लेकर सभी विभागों में मरीजों के लिए बेड चार्ज लागू कर दिया गया था। भले ही यह एसी बेड्स के लिएथा लेकिन एसी और नान एसी सभी प्रकार के बेड्स में लागू कर वसूली की जा रही है। यही नहीं भर्ती का चार्ज भी बढ़ाया गया था। पहले भर्ती चार्ज 50 रुपए पड़ता था और अब 350 रुपए प्रति मरीज लिया जा रहा है। जबकि ये सभी चार्ज अभी डॉ। राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सिविल अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल और अन्य सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से नि:शुल्क है। जिसका असर ट्रॉमा सेंटर, शताब्दी हॉस्पिटल, कार्डियोलॉजी, सीवीटीएस, प्लास्टिक सर्जरी, र्यूमेटोलॉजी और न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोसर्जरी, आंकोलॉजी, वृद्धावस्था मानसिक रोग सहित सभी विभगों के मरीजों से वसूला जा रहा है।

पिछले कई सालों से रेट नहीं बढ़े हैं जबकि खर्च बढ़ रहा है। नई दरें लोहिया और एसजीपीजीआई से अधिक नहीं होंगी। इन्हें मंगलवार से लागू किया जाएगा।

प्रो। एससी तिवारी, सीएमएस, केजीएमयू

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