लखनऊ (ब्यूरो)। ईकोग्रीन की ओर से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन का कार्य किया जाता है। जिन घरों से वेस्ट लिया जाता है, उसके एवज में उनसे 50 से 100 रुपये तक यूजर चार्ज लिया जाता है। इसकी बकायदा भवन स्वामी को रसीद दी जाती है लेकिन पिछले दिनों ऐसे मामले सामने आए हैैं, जिसमें फर्जी लोग यूजर चार्ज की वसूली कर रहे थे। इसके बाद निगम प्रशासन ने इस समस्या को समाप्त करने के लिए यूजर चार्ज लेने वाले कर्मियों के लिए ड्रेस कोड निर्धारित की है। इसके साथ ही अब भवन स्वामियों से लिए जाने वाले यूजर चार्ज की एरियावाइज रिपोर्ट भी तैयार कराई जाएगी।

भवन स्वामियों से फीडबैक

भवन स्वामियों से भी फीडबैक लिया जाएगा कि उनके घर से कितने दिन वेस्ट उठता है और यूजर चार्ज कब और कितना लिया जाता है। भवन स्वामियों से यह भी पूछा जाएगा कि क्या यूजर चार्ज की राशि देने के एवज में उन्हें रसीद दी जाती है या नहीं। अगर रसीद नहीं दी जाती है तो संबंधित कर्मी के खिलाफ कदम उठाए जाएंगे। निगम प्रशासन की ओर से पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैैं कि यूजर चार्ज के एवज में भवन स्वामी को रसीद जरूर दी जाए।

हर सप्ताह समीक्षा

इसके साथ ही वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को लेकर हर सप्ताह समीक्षा भी की जाएगी। इस समय निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि 80 फीसदी घरों से वेस्ट कलेक्शन का कार्य हो। वर्तमान समय में अभी 65 फीसदी घरों से वेस्ट लिया जा रहा है। 80 फीसदी लक्ष्य हासिल करने के बाद वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को 100 फीसदी तक किया जाएगा। इसके लिए संसाधन भी बढ़ाए जाने की तैयारी है। हर जोन में भवन स्वामियों की संख्या के आधार पर वेस्ट कलेक्शन संबंधी संसाधन बढ़ाए जाएंगे साथ ही वेस्ट कलेक्शन के लिए अतिरिक्त गाड़ियां लगाई जाएंगी।