Combo of all tradition
पूजा की थाली में जलते हुए दिये के साथ जैसे ही वो नजर आईं पति ने बढ़ कर उसकी थाली को पकड़ा और कहा अरे तुमने मुझे आवाज क्यों नहीं दी? फिर पूजा की थाली जावेद के हाथों में थी और बब्बी साड़ी संभालते हुए आगे बढ़ रही थीं। एक मुस्लिम पति के इस श्रद्धा और प्यार के बारे में जब हमने बात की तो बब्बी ने बताया कि जावेद और हमारी शादी को दस साल हो गये हैं और यह मेरे पति का ही सपोर्ट है जो मैं लगातार इस व्रत को रख रही हूं।
कोई मुस्लिम तो कोई पंजाबी
क्योंकि हर एक फ्रेंड जरुरी होता हैयह टैग लाइन फेस्टिवल सीजन में अगर नजर आए तो त्योहार का लुत्फ ही कुछ और हो जाता है शनिवार को करवाचौथ पर हुआ भी कुछ ऐसे ही। सजने संवरने से लेकर छत पर एक साथ चांद देखना और फिर किसी होटल में एक साथ डिनर करना लेडीज ने कुछ इसी अंदाज में अपने इस स्पेशल डे को सेलीब्रेट किया। खास बात यह रही कि इनमें कोई पंजाबी थी तो कोई मुस्लिम फैमिली की बहू, लेकिन हर किसी ने एक दूसरे के रिचुअल को फालो करते हुए ट्रेडिशन के हर रंग को और भी खूबसूरत बना दिया।
मायके से ब्राह्मण और ससुराल पंजाबी
रितु भाटिया ब्राह्मण परिवार से है और उनकी शादी पंजाबी फैमिली में हुई है, लेकिन वो दोनो रिवाजों से करवा मनाती हैं। शाम को अपनी फ्रेंड सीमा नन्दा के घर करवा की पूजा पंजाबी स्टाइल में मनाने के लिए वो दूसरी फ्रेंड्स के साथ पहुंची। इस ग्रुप में रितु को छोड़ कर कोई पंजाबी नहीं था, लेकिन सभी ने इस पंजाबी ट्रेडिशनल अंदाज में पूजा की। सीमा नन्दा पंजाबी फैमिली से बिलांग करती हैं और सिख फैमिली में उनकी शादी हुई है उन्होंने भी दोनों ही अंदाज में करवा सेलीब्रेट किया। वहीं रोमा भल्ला, स्वीटी चावला, सभी ने अपने दोस्तों के हर ट्रेडिशन को फालो किया। रात की पूजा के बाद सभी ने पतियों के साथ मिलकर व्रत खोला और फिर दोस्तों की यह टोली डिनर के लिए निकल गई।
मेरा साया साथ होगा
अपने दोस्तों के साथ पहले पंजाबी स्टाइल में और फिर अपने ट्रेडिशन के हिसाब से पूजा कर व्रत तोडऩे वाली बब्बी ने बताया कि उनकी शादी को दस साल हो चुके हैं और वो हर साल करवा का व्रत रखती हैं और इसमें ससुराल का भी पूरा सपोर्ट है। दो दिन से मेहंदी लगाने से पूजा की शॉपिंग तक वो मेरे ही साथ हैं। जावेद ने भी सुबह से सिर्फ चाय ही पी है वो भी लगता है मेरे साथ ही कुछ खाएंगे।
सजनी की खातिर
 अगर पत्नी हमारे लिए फास्ट रख सकती है तो हम क्यों नहीं? बस दिल में यह ख्याल आया और हमने अपनी-अपनी वाइफ के लिए व्रत रखा। यह कहना है कि उन पुरुषों का जिनकी पत्नियां तबियत खराब होने के कारण व्रत नहीं रख पा रही हैं। अब जरूरी तो नहीं कि पत्नी ही व्रत रखे, तो उन्होंने खुद व्रत रखा और पत्नियों के स्वस्थ होने की कामना की.
पति व्रत क्यों नहीं रह सकता?
चौक के फेमस बिजनेसमैन रमेश चन्द्र गर्ग की वाइफ कुमुद लता गर्ग की तबियत खराब है। दवा खाने की अनिवार्यता के कारण वह व्रत नहीं रख सकीं इसलिए निराश थीं। उनकी निराशा को दूर करने के लिए रमेश चन्द्र ने पहली बार करवा चौथ का व्रत रखा। दिल्ली में नामी साफ्टवेयर कंपनी में टेक्निकल एनालिस्ट के पद पर काम कर रहे विपिन सुबह जब लखनऊ पहुंचे तो उन्हें पता चला कि पत्नी तबियत खराब होने के बावजूद व्रत रखने की जिद कर रही थीं। उन्होंने पत्नी को समझाया और उसके बदले में खुद व्रत रख लिया। वह कहते हैं कि वाइफ हमारे लिए इतना कुछ करती हैं हम उनके लिए एक दिन का व्रत क्यों नहीं रख सकते? जिस तरह करवा चौथ में पत्नियों को व्रत रखना जरूरी होता है उसी प्रकार ऐसा कोई और त्योहार होना चाहिए जिसमें पति के लिए व्रत रखना अनिवार्य हो।
Fast के जरिए मोहब्बत का इजहार
मेडिकल कंपनी में एरिया मैनेजर अमित कहते हैं कि वह अपनी वाइफ से बेइंतहा प्यार करते हैं, इसलिए उन्होंने व्रत रखा है। उनका कहना है कि हमारी संस्कृति में महिलाओं की इज्जत करना बताया गया है। मैने आज का व्रत फेमस होने के लिए नहीं रखा है बल्कि व्रत के माध्यम से मैं अपने प्यार का इजहार करना चाहता हूं. 
रमेश अग्रवाल कहते हैं कि उन्हें लगा कि पत्नी उनके लिए काफी वर्षों से व्रत रखती चली आ रही हैं। बाकी प्रेरणा उन्हें रमेश गर्ग से मिली और उन्होने भी इस बार करवा का व्रत रखा। वह कहते हैं कि मैं खुश हूं और मेरा परिवार भी क्योंकि पत्नी खुश तो सब कुछ अच्छा लगता है.