- इंजीनियर्स डे पर आयोजित कार्यक्रम में शिवपाल ने किया पुलों का उद्घाटन

LUCKNOW: देश और प्रदेश के डेवलपमेंट में इंजीनियर्स का योगदान अहम है। आज का दिन विश्वैश्रैया के जन्मदिन होने के कारण इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने प्रदेश और देश के डेवलपमेंट में तब योगदान दिया, जब कोई सुविधाएं नहीं थी, तकनीक नहीं थी। यह कहना है लोक निर्माण मिनिस्टर शिवपाल सिंह यादव का। शिवपाल सिंह यादव मंगलवार को सेतु निगम के कैंपस में आयोजित 100 पुलों के निर्माण और 82 पुलों के शिलान्यास के मौके पर बोल रहे थे।

एमपी के आईएएस अधिकारी पर फिर साधा निशाना

शिवपाल ने कहा कि बहुत से राष्ट्रीय प्रोजेक्ट हैं। 36 साल पहले शुरू हुई सरयू परियोजना अधूरी पड़ी है। बुंदेलखंड की बाढ़ सागर योजना की लागत 200 करोड़ रुपये थी, अब 2800 करोड़ हो गयी है। इस प्रोजेक्ट के लिए यूपी को 900 करोड़ रुपये देने थे। लेकिन एमपी के एक आईएएस अधिकारी ने बेइमानी से बढ़ा-बढ़ा कर यूपी से 1600 करोड़ रुपये ले लिये। जब पानी छोड़ने का नंबर आया तो अधिकारी अड़ंगा लगाने लगे। बाद में जब मैंने पावर प्रोजेक्ट के लिए होने वाली वाटर सप्लाई बंद करने की धमकी दी तो पानी छोड़ा गया।

केंद्र सरकार ने नहीं की मदद

शिवपाल ने कहा कि चार महीने पहले प्रदेश में ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ। इसके लिए केंद्र सरकार से 7500 करोड़ के राहत पैकेज की मांग की गयी थी। लेकिन केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले 2800 करोड़ रुपये ही रिलीज किये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का फंड 2500 करोड़ थ,ा लेकिन प्रदेश सरकार ने 3400 करोड़ रुपये किसानों के बीच बांटे।

यह पुल हैं शामिल

इसमें लखनऊ का बहु प्रतीक्षित पुल पिकप भवन के पास एल शेप का पुल और रिंग रोड पर गोमती नदी पर बने पुलों का भी लोकार्पण किया गया। इसमें सबसे खर्चीला पुल उन्नाव में कानपुर-शुक्लागंज को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनाया गया पुल है। इस पुल पर 45 करोड़ 31 लाख 83 हजार रुपये का खर्च आया। जबकि चित्रकूट में यमुना नदी पर बने पुल की लागत 36 करोड़ रुपये से अधिक की रही। लखनऊ में लोहिया हॉस्पिटल के पास उतरने वाले ब्रिज की लागत 25 करोड़ से अधिक रही। मंगलवार को जिन पुलों का उद्घाटन किया गया, उसमें 42 लंबे पुल हैं जिनकी कुल लागत 425 करोड़ रुपये आयी है। जबकि छोटे पुलों की संख्या 45 रही। इनकी लागत 78 करोड़ 17 लाख रुपये और 13 रेलवे ओवर ब्रिज का खर्च 464 करोड़ 38 लाख रुपये आया। मंगलवार को जिन पुलों का शिलान्यास किया गया, उनकी लागत कुल 967 करोड़ 73 लाख रुपये रही, जबकि जिन 82 ब्रिज का शिलान्यास किया गया, उनकी लागत 1135 करोड़ 48 लाख रुपये है। जिनका शिलान्यास किया गया, उनमें 27 लंबे पुल, 42 छोटे पुल और 13 रेलवे ओवर ब्रिज शामिल हैं।