03 हॉकी एस्ट्रोटर्फ राजधानी में

03 सौ प्लयेर्स हॉकी के

- बाबू स्टेडियम हॉस्टल के ट्रेनी एक शिफ्ट में घास के मैदान पर करते हैं प्रैक्टिस

- राजधानी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीन स्टेडियम हैं मौजूद

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रुष्टयहृह्रङ्ख: टोक्यो ओलंपिक में इंडियन हॉकी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अब हॉकी की चर्चा हर खेल प्रेमी की जुबान पर है। यंगस्टर्स का रुझान हॉकी की तरफ तेजी से बढ़ा है। यूं तो लखनऊ में हॉकी के लिए इन्फ्रास्ट्रचर काफी बेहतरीन हैं लेकिन इसका इस्तेमाल सही ढंग से नहीं हो रहा है। बाबू स्टेडियम में स्थित हॉकी हॉस्टल के ट्रेनी अभी एक शिफ्ट में घास के मैदान में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। जबकि खेल विभाग के पास अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड का हॉकी स्टेडियम है। अगर जिम्मेदारों की मानें तो जल्द हॉस्टल शिफ्ट करने की तैयारी है।

हॉस्टल के ट्रेनी कर रहे घास पर प्रैक्टिस

देश को बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी देने वाले लखनऊ हॉस्टल के ट्रेनी प्लेयर्स अभी एक शिफ्ट में घास की फील्ड पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। जिससे उनकी परफॉर्मेस पर फर्क पड़ रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि जब तक रेग्यूलर प्रैक्टिस एस्ट्रोटर्फ पर नहीं करेंगे तब तक उनकी परफॉर्मेस बेहतर नहीं हो सकती है। घास पर बॉल का मूवमेंट अनइवन रहा है जबकि एस्ट्रोटर्फ पर गेम काफी बेहतर होता है।

जाना पड़ता है दूसरे स्टेडियम

बाबू स्टेडियम के हॉस्टल के ट्रेनीज को प्रैक्टिस के लिए दूसरे स्टेडियमों का रुख करना पड़ता है। जिसमें उनका समय बर्बाद हो जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर खेल विभाग अपने हॉस्टल नये बने मो। शाहिद स्टेडियम विजयंत खंड में शिफ्ट कर देता है तो इसका काफी लाभ प्लेयर्स को मिलेगा। 2016 में बने इस स्टेडियम में हॉस्टल के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। अगर यह हॉस्टल शिफ्ट हो जाता है तो प्लेयर्स का टाइम तो बचेगा ही और उनकी परफॉर्मेस में भी काफी सुधार आएगा।

बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद

अगर हम हॉकी के लिहाज से बात करें तो राजधानी में हॉकी के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। तीन इंटरनेशनल लेवल की एस्टोटर्फ शहर के विभिन्न स्टेडियमों में मौजूद हैं। जो सरोजनी नगर स्थित साई सेंटर, गुरुगोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज कुर्सी रोड और मो। शाहिद हॉकी स्टेडियम विजयंत खंड में हैं। यहां वहीं के ट्रेनी प्रैक्टिस करते हैं, लेकिन दूसरी जगहों के ट्रेनीज को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

जल्द शिफ्ट हो सकता है हॉस्टल

टोक्यो ओलंपिक में इंडियन हॉकी टीम के बेहतरी प्रदर्शन के बाद बने माहौल पर स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर डॉ। आरपी सिंह ने बताया कि हम खेलों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत काम कर रहे हैं। कोरोना के चलते योजनाओं में थोड़ा विलंब जरूर हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में हम तेजी के साथ काम करके इसकी भरपाई कर लेंगे। किसी खिलाड़ी को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। रही बात हॉकी हॉस्टल शिफ्ट होने की तो इसके लिए खेल विभाग प्रयासरत है। जल्द इसको भी शिफ्ट करने की प्रक्रिया की जाएगी।

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किसी भी खिलाड़ी को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने दी जायेगी। रही बात हॉकी हॉस्टल को शिफ्ट करने की तो जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू की जायेगी।

डॉ। आरपी सिंह, स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर