लखनऊ (ब्यूरो)। लोगों में चीक बाइट की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। खासतौर पर तंबाकू, गुटका, नॉन-वेज का सेवन करने वालों और गैस के मरीजों आदि में यह समस्या ज्यादा हो रही है। जिसकी वजह से अकसर लोगों गाल में गहरे घाव की शिकायत करते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, शुरुआत में लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, पर घाव बढ़ने पर इलाज कराने आते हैं। समय रहते इलाज न करवाने से ओरल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। बलरामपुर अस्पताल के डेंटल विंग में इस तरह के रोजाना 10-12 मामले आ रहे हैं।

हर महीने 300 के करीब मरीज

बलरामपुर अस्पताल में रोजाना 4 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। डेंटल विंग में भी 150 से अधिक मरीज आते हैं, जिसमें चीक बाइट के रोजाना 10-12 मरीज और हर माह 300 के करीब मरीज आ रहे हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डेंटल यूनिट के हेड डॉ। सतेंद्र तिवारी के मुताबिक, लोगों में चीक बाइट की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, क्योंकि लगातार तंबाकू आदि का सेवन करने से गाल के अंदरूनी हिस्से में जख्म हो जाते हैं। वहीं, मसल्स स्टिफनेस यानी गाल के अंदर के टीश्यूज के सिकुड़ने के कारण गाल में सूजन आ जाती है। इस कारण दांतों की जरा सी भी रगड़ से गाल में लगने लगता है और मरीज को गाल में जख्म और तेज दर्द की समस्या हो जाती है।

बायोप्सी कराना जरूरी

डॉ। सतेंद्र ने आगे बताया कि ऐसे मामले में अधिकतर मरीजों को बायोप्सी की सलाह दी जाती है। जिसमें मरीज के गाल के अंदर की खराब हुई स्किन को काटकर निकाल दिया जाता है या फिर दांत को घिसकर उसका आकार छोटा करना पड़ता है। कई बार दांत ही निकालना पड़ जाता है। ऐसे में बायोप्सी ज्यादा सटीक इलाज है।

लापरवाही से कैंसर का खतरा

डॉ। तिवारी ने बताया कि यदि मरीज इस समस्या का समय पर इलाज न कराए या सर्जरी कराने में देर कर दे तो यह ओरल कैंसर में तब्दील हो जाता है। इस समस्या के 100 में से 28 मरीजों में कैंसर देखने को मिलता है। ऐसे मरीजों को तंबाकू सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए और मुंह के अंदर जिस हिस्से में स्किन खराब हो रही है, उसकी एक्सपर्ट से सर्जरी कराकर उसे निकलवा देना चाहिए। मरीज की जरा सी लापरवाही से उसकी जान तक पर भी बन आ सकती है।

ये हैं लक्षण

- जबड़े में दर्द

- दांत में दर्द अधिक महसूस होना

- कभी-कभी जुबान में दर्द की समस्या

लोगों में चीक बाइट की समस्या देखने को मिल रही है। समय पर इलाज न करवाने से ओरल कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है। लोगों को तंबाकू आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।

-डॉ। सतेंद्र तिवारी, बलरामपुर अस्पताल