लखनऊ (ब्यूरो)। बीते दिनों वीआईपी एरिया हजरतगंज से यूपी एसटीएफ ने तस्करों के पास से छह हाईटेक अवैध पिस्टल बरामद की थीं। ये बरामदगी इस बात की तस्दीक करने के लिए काफी है कि किस कदर हथियारों की डिमांड और सप्लाई राजधानी में बढ़ी है। ऐसे में सवाल है कि यह मौत का सामान कहां से आ रहा है? इसे कौन सप्लाई कर रहा है? क्यों इसपर लगाम नहीं लगती? इसके जिम्मेदार कौन हैं? इन तमाम सवालों पर पेश है एक स्पेशल रिपोर्ट

अवैध असलहे से वारदात

शहर में आए दिन हत्या, लूटपाट, धमकी समेत अन्य आपराधिक मामले सामने आते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, ज्यादातर वारदातों को अंजाम देने के लिए अवैध पिस्टल का इस्तेमाल किया जाता है। गुडंबा, इंदिरानगर, ठाकुरगंज, कैंट, गाजीपुर, हजरतगंज, वजीरगंज, पारा, दुबग्गा समेत शहर की विभिन्न थाना पुलिस आए दिन अवैध असलहे को पकड़ती है। एक आंकड़े के मुताबिक, लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस 2023 से अबतक 150 से अधिक अवैध पिस्टल बरामद कर चुकी है।

बिहार से लेकर दूसरे राज्यों का कनेक्शन

पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न बताने के शर्त पर बताया कि अवैध असलहे की तस्करी ज्यादातर बिहार, पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों से होती है। अपराधी पकड़े तो जाते हैं, लेकिन उनसे पूछताछ में यह साफ नहीं हो पाता है कि इस अवैध असलहे को कहां पर बनाया गया है। हालांकि, कड़ी दर कड़ी जोड़कर कई बार मुख्य सरगना तक पुलिस पहुंचाने की कोशिश करती है, लेकिन अक्सर ही नाकामयाबी ही हाथ लगती है। पकड़े जाते हैं तो सिर्फ छोटे तस्कर।

गोलियों के लिए कड़ी मशक्कत

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अवैध असलहे को तो लोग आसानी से खरीद लेते हैं, दिक्कत तब आती है जब इसके लिए गोली खरीदनी होती है। ऐसे में कई बार दुकानदारों से भी इस संबंध में पूछताछ की जाती है कि गोलियां कहां से खरीदी गई हैं। हालांकि, पुलिस इस तरह के गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए लगातार काम रही है। यूपी एसटीएफ से लेकर लोकल पुलिस इस तरह के अवैध असलहे की तस्करी करने वालों पर निगाह बनाए हुए है।

इसलिए भी बढ़ा क्रेज

ऐसे कई लोग हैं, जो लाइसेंसी पिस्टल रखना चाहते हैं, लेकिन लाइसेंस हर किसी को आसानी से नहीं मिल पाता, जिसकी वजह से कई लोग अवैध पिस्टल खरीदने की कोशिश करते हैं। जिसका तस्कर खूब फायदा उठाते हैं और बाहरी राज्यों से कम पैसे में पिस्टल खरीदकर कारोबार करते हैं।

अवैध असलहों से हुई वारदातें

- जनवरी 2024 को दुबग्गा के आश्रय कॉलोनी में सुनील नामक एक युवक ने अवैध असलहे से खुद को गोली से उड़ा दिया था।

- सितंबर 2023 को बीबीडी थाना क्षेत्र में बीकॉम की छात्रा की एक युवक ने अवैध असलहे से गोली मारकर हत्या कर दी थी।

- जुलाई 2023 में इंदिरानगर डी ब्लॉक स्थित दोस्त के घर आए उदय प्रताप ने अवैध पिस्टल से खुद को गोली से उड़ा लिया था।

- नवंबर-2023 को कृष्णानगर में पीएसी इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह को अवैध पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

- अप्रैल 2022 को हसनगंज स्थित एक होटल में शराब कारोबारी ने खुद को अवैध पिस्टल से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था।

बिहार समेत इन तीन स्टेट से भी आगे यूपी

1990 के दशक से ही यूपी, बिहार, राजस्थान और एमपी में माफिया राज हावी रहा है। अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त हो या फिर अपराध, ये चारों राज्य हमेशा चर्चा में रहे हैं। हथियारों की डिमांड और सप्लाई आज भी जारी है। इसकी गवाही यूपी पुलिस और एनसीआरबी के आंकड़े भी दे रहे हैं। यूपी में जितने अवैध असलहों की जब्ती हुई है, वह बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान में कुल बरामदगी का दोगुना है। 2023 में नवंबर माह तक प्रदेश में 41,532 अवैध असलहे बरामद हुए है।

आंकड़ों से समझें असलहे का खेल

साल यूपी एमपी बिहार राजस्थान

2020 36,680 11,119 3,738 5,447

2021 37,574 12,881 4,035 6,786

2022 38,473 13,156 4,188 6,285

कुल 1,15,227 37,156 11,961 18,518