लखनऊ (ब्यूरो)। साइबर क्राइम सेल के एसआई शिशिर यादव के मुताबिक बाराबंकी जैतपुर निवासी मेहताब सिद्दीकी और हैदरगढ़ निवासी अरविंद यादव को गिरफ्तार किया गया है। यह लोग फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। पूछताछ में मेहताब ने बताया कि वह लोग इंफोटेक सल्यूशन के एजेंट बन कर लोगों को कॉल करते थे। चिह्नित व्यक्ति को आधे दाम में रिचार्ज करने की बात कह कर झांसे में फंसाया जाता था। भरोसा हासिल करने के लिए पहले एक हजार का रिचार्ज आधे दाम में कर देते थे। जिसकी वजह से लोग भरोसा कर बैठते थे।

लगातार की जाती थी कॉल

इसके बाद दोबारा से रिचार्ज कराने के लिए लोगों को लगातार कॉल की जाती थी। उन्हें समझाया जाता था कि दस से 20 हजार रुपये का रिचार्ज कराने पर बड़ी बचत होगी। इस झांसे में फंस कर लोग बड़ा रिचार्ज कराने के लिए मेहताब और अरविंद के बताए खाते में भेज देते थे। जिसके बाद आरोपी रिचार्ज के लिए रुपये देने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देते थे। इस तरह से दोनों लोग काफी लंबे वक्त से धोखाधड़ी कर रहे थे।

दी अपहरण की दी सूचना

शनिवार को साइबर क्राइम टीम ने गोमतीनगर स्थित मेट्रो हास्पिटल के पास से अरविंद यादव को पकड़ा था। उसे पूछताछ के लिए गाजीपुर थाने ले जाया गया था। वहीं, बेटे को साइबर क्राइम टीम द्वारा ले जाए जाने की जानकारी होने के बाद भी परिवार वालों ने 112 कंट्रोल रूम पर फोन कर अपहरण किए जाने का दावा कर सनसनी फैला दी थी। आरोप था कि अरविंद के साथ उसका साथी मेहताब भी गायब है। इतना ही नहीं फिरौती मांगे जाने की बात भी परिवार की तरफ से कहीं गई थी।