- अभियंता संघ का आरोप- 22 मई को चेयरमैन के साथ हुई बैठक में जताई थी नाराजगी

- महासचिव को ठाकुरगंज में उपखंड अधिकारी पद पर कर दिया स्थानांतरण

LUCKNOW: विद्युत अभियंता संघ और पावर कारपोरेशन के चेयरमैन के बीच अभियंताओं के हितों के लिए चल रही वार्ता फिलहाल किसी नतीजे नहीं पहुंच सकी है। संघ ने आरोप लगाया है कि चेयरमैन द्वारा महासचिव प्रभात सिंह श्योरान के खिलाफ उत्पीड़नात्मक कार्रवाई करके परेशान किया जा रहा है। लेसा सिस से हटाकर ठाकुरगंज में उपखंड अधिकारी के पद पर उनका तबादला कर दिया गया है। नाराज अभियंताओं ने 25 मई से चेयरमैन एम देवराज के साथ पूर्ण असहयोग करने की घोषणा की है।

पत्राचार पर नाराजगी जताई

उधर, अभियंता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह ने एक बयान में कहा कि दुर्भाग्यवश करीब 200 से अधिक अभियंता एवं कर्मचारी कोरोना संक्रमण से दिवंगत हो चुके हैं। प्रबंधन को विद्युतकर्मियों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देकर प्राथमिकता पर वैक्सीन लगवाना चाहिए था। यह सब न करते हुए पदाधिकारियों के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि जब इस संबंध में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने 22 मई को चेयरमैन देवराज से मिलकर वार्ता की तो चेयरमैन ने अभियंता संघ द्वारा किए जा रहे पत्राचार पर घोर नाराजगी जताई तथा इसे बंद करने की सलाह दी। आरोप लगाया कि संघ के प्रति चेयरमैन द्वारा पदाधिकारियों के विरुद्ध की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई से प्रदेश के विद्युत अभियंता आक्रोशित हैं। यही नहीं 33 प्रतिशत उपस्थिति के शासनादेशों का उल्लंघन करते हुए लगातार सभी कैश काउंटरों एवं कार्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं एवं इसकी नियमित समीक्षा कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि इंजीनियर प्रभात सिंह श्योरान का स्थानांतरण आदेश निरस्त न किया गया तो 25 मई से सभी ऊर्जा निगमों में पूर्ण असहयोग शुरू कर दिया जाएगा।