लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी के यूजी, पीजी और मैनेजमेंट कोर्सेस को लेकर विदेशी छात्रों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। बीते तीन साल में एलयू में अलग-अलग कोर्सों में विदेशी स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा हुआ है। शैक्षिक सत्र 2022-23 में 28 देशों के 170 स्टूडेंट्स अलग-अलग कोर्स में एनरोल्ड हैं। एलयू के शिक्षकों का मानना है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी को नैक ए प्लस प्लस की ग्रेडिंग मिलने के बाद इनकी संख्या में और इजाफा होगा।

चीन और जापान के स्टूडेंट्स की रिक्वेस्ट

एलयू में डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश एंड मॉडर्न यूरोपियन लैंग्वेजेस के प्रोफेसर और इंटरनेशनल अफेयर्स के डायरेक्टर डॉ। आरपी सिंह ने बताया कि इस साल अभी से हमारे पास विदेशी स्टूडेंट्स की रिक्वेस्ट आने लगी है। इनमें दो रिक्वेस्ट चीन के स्टूडेंट्स और दो जापान के स्टूडेंट्स की आई है। खास बात यह है कि चीन के स्टूडेंट्स ने एलयू से हिंदी विषय पढऩे की इच्छा जाहिर की है। बीते सत्र से भी एक स्टूडेंट हिंदी से पीएचडी कर रही है। छात्रों की ईमेल आने से हमको नए शैक्षिक सत्र में आवेदन और दाखिले दोनों बढऩे की उम्मीद है।

मैनेजमेंट कोर्सेस को लेकर क्रेज

प्रो। आरपी सिंह ने बताया कि विदेशी स्टूडेंट्स में यूजी-पीजी के अलावा मैनेजमेंट कोर्सेस को लेकर अधिक क्रेज है। एमबीए के अलग-अलग स्पेशलाइजेशन में इन स्टूडेंट्स ने दाखिला लिया है। इसके अलावा रिसर्च फील्ड में भी स्टूडेंट्स की अच्छी संख्या है।

800 पार गई थी आवेदनों की संख्या

प्रो। आरपी सिंह के मुताबिक, बीते तीन साल से कोविड के बाद से लगातार आवेदनों और दाखिलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जैसे इस शैक्षिक सत्र 814 आवेदन आए थे। इससे पहले करीब 637 आवेदन आए थे। दाखिले की बात करें तो साल 2018-19 में महज 9, 2019-20 में 15, 2020-21 में 70, 2021-22 में 34 और 2022-23 में 100 से अधिक दाखिले हुए हैं।