लखनऊ (ब्यूरो)। श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए बसों के संचालन में वृद्धि के साथ बसों एवं बस स्टेशनों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। श्रावण मास में कावड़ियों का हुजूम बस अड्डों पर उमड़ता है, ऐसे में बसों की पर्याप्त व्यवस्था करने और पड़ोसी राज्यों खासतौर से उत्तराखंड के परिवहन विभाग के अधिकारियों से संपर्क में रहें। येनिर्देश उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को दिये।

बसों की पर्याप्त व्यवस्था करें

परिवहन मंत्री के निर्देशों के पालन में परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने परिवहन आयुक्त उत्तराखंड के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कांवड़ यात्रा के लिए आवश्यक प्रबंध एवं प्रवर्तन कार्रवाई किये जाने पर विचार-विमर्श किया। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों एवं उत्तराखंड की ओर जाने वाली परिवहन निगम की बसों की संख्या में वृद्धि किये जाने की व्यवस्था करने पर चर्चा की गयी। इसके अतिरिक्त उत्तराखंड के निकटवर्ती जनपदों से जाने वाली बसों के फेरे में वृद्धि करने के साथ ही कांवड़ यात्रा से वापसी के समय कांवड़ियों को समस्या न हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था करने पर बल दिया गया। वहीं, एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने निर्देश दिये कि चालकों द्वारा किसी भी दशा में मादक पदार्थों का सेवन करते हुए बसों का संचालन न किया जाय। साथ ही उन्होंने परिवहन निगम की बसों में यात्रियों के साथ उचित व्यवहार करने के भी निर्देश दिये।

भोले के दर्शन को पहुंचे भक्त

सावन के पहले दिन डालीगंज स्थित आदि गंगा गोमती के तट पर स्थित प्राचीन श्रीमनकामेश्वर मंदिर में सुबह ही शिवार्चन शुरू हो गया। सैकड़ों की संख्या में भक्त यहां दर्शन के लिए आए। मंदिर में शाम चार से सात बजे के बीच ओम नम: शिवाय महामंत्र का जाप हुआ। मंदिर की महंत देव्यागिरी ने विधि-विधान से पूजन कर जप शुरू कराया। वह स्वयं भी जप में बैठीं। इसके अलावा मंदिर के अन्य कार्यकर्ताओं ने जप किया। इससे पहले मुख्यकार्यकर्ता उपमा पांडेय सहित अन्य भक्तों ने रंगोली सजाई। भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा स्थापित की। मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी ने बताया कि कोई भी भक्त इसमें शामिल हो सकता है। यह लोक मगंल के कल्याण के उद्देश्य से किया जा रहा है।