128 मेधावियों को मेडल और अवॉर्ड दिए गए

36 मेधावी और दो नर्सिग कर्मी 2020 के

21 गोल्ड मेडल और 16 सिलवर मेडल भी दिए गए

- केजीएमयू के फाउंडेशन डे में वर्चुअल शामिल हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

- मेधावियों को समारोह के दौरान बांटे गए मेडल

LUCKNOW: देश में जब भी वैक्सीन लगेगी तो सबसे पहले डॉक्टर्स व पैरा मेडिकल स्टॉफ को लगेगी। मुझे उम्मीद है कि हमारे वैज्ञानिक जल्द वैक्सीन से जुड़े सभी टेस्ट व ट्रायल पूरे कर लेंगे। रूस में बनी स्पूतनिक वैक्सीन की खेप जल्द ही आने वाली है। यह बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को केजीएमयू के 115वें स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि कहीं। वे समारोह में वर्चुअली शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने टापर्स को मेडल भी दिए।

ब्रिटेन में मिला नया स्ट्रेन चिंता का विषय

रक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन का पता चला है जो चिंता का विषय है। यह साल मेडिकल समुदाय से जुड़े लोगों के लिए याद किया जाएगा। सामान्य जंग की बात करते तो फौज व हथियार की बात करते हैं लेकिन कोरोना से लड़ना असाधारण जंग है। जब तक वैक्सीन सभी लोगों तक न पहुंच जाए, यह लड़ाई जारी रहनी चाहिए।

गिनाई उपलब्धियां

कार्यक्रम में वीसी ले.ज। डॉ। बिपिन पुरी ने कहा कि संस्थान ने 10 गांवों को गोद लिया है। जल्द ही सेहत से जुड़ी जानकारी देने के लिए कम्युनिटी रेडियो शुरू किया जाएगा। कोरोना काल में केजीएमयू में ऑनलाइन ओपीडी और प्लाज्मा बैंक की शुरुआत की गई है।

प्राथमिकता तय करें हर कोई

कार्यक्रम में साइकियाट्रिक डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। पीके दलाल ने कहा कि सभी को अपनी प्राथमिकता तय करनी होगी। मरीजों और तीमारदारों की मन स्थिति को समझते हुये काम करें ताकि डॉक्टर पेशेंट का संबंध और मधुर हो। आईबीएमआर के निदेशक प्रो। आलोक धावन ने बताया कि मेरे परिवार के कई सदस्य और दोस्त केजीएमयू से जुड़े रहे हैं। आप अपने अपने अंदर का बचपन बचा कर रखें और साथ ही क्रिएटिव बने।

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115वें फाउंडेशन के मेडल

एमबीबीएस में कोपल रोहतगी, मोनिका, मयंक कुमार, आकाशदीप, मो। यासिर, प्रिंसी चौधरी, रफयात, दीशू, निमेश, राहुल, जसनीत, आशुतोष, विदुषी, श्रेशिता, प्रगति, प्रांजल, सेजल, अनन्या, चिन्मय, खादिजा आमीर, महवीश, आशीष, मेघा, खुशाल, अरुण, प्रगति, दीपक और आस्था गुप्ता को मेडल मिले। वहीं बीडीएस में आशीष झा, आफरीन, पारुल, गिन्नी, प्रणय और सतेंद्र को मेडल मिला। इंदु यादव, श्वेतांबरी और पूजा को सिस्टर अवॉर्ड के अलावा विभा यादव को नर्सिग अवॉर्ड दिया गया।

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114वें फाउंडेशन के मेडल

एमबीबीएस में नीलांशा वाष्णेय को सर्वाधिक चार मेडल व एक बुक प्राइज मिला है। उर्जश्वेता सिंह, शुभम, चौताली सिंह, इशा आतम, शुभम जैन, प्रिंसी पूनम, स्वाति रानी, शिवम अरोड़ा, साल्वी शर्मा, शोभित गर्ग, एश्वर्या, अंशिका अग्रवाल, श्वेतामणि, योगेंद्र मणि, शिखा, आकांक्षा, वैशाली, श्रद्धा, नितिन भारती, स्वाति, सिमरन, श्रुति, विजय राजे, शशांक गुप्ता, संविदा, अहमद, अविरल, प्राज्या, अनन्या, अंकिता, आयुष, त्रिक्षा गौतम, प्रखर, माही फातिमा, प्राची पवार, मानसी, लिपिका अग्रवाल, अनुभव, प्रदीप्ति, गरिमा, रोशनी, लक्ष्य, मानसी, प्रतिमा, आयुष संग डॉ। सुची जैन और डॉ। राजीव कुमार को भी मेडल मिला है।

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बीडीएस में इन्हें मिला मेडल

डेंटल विंग में आशुतोष को सर्वाधिक चार अवॉर्ड मिले। इसके अलावा नैंसी जैन, निहारिका सिंह, मनीष मीना, अंतरा तिवारी, प्रियांशु सिंह, हिना फातिमा, स्वर्णिमा, अक्षिता, प्रवनीत कुमार कौर, मान्या अग्रवाल, सौम्या गुप्ता, अनिमेश, अंजली, दिव्या, बृष्टि देवनाथ, गुंजन मेहता, नेहा रानी, नेहा, मुमताज, रिजवाना, स्मिता, अंजलि सिंह, शशांक शेखर, रमेश कुमार, वनलाल रुतसाकी, अपराजिता, अभिनव, सौम्या, रीतुपर्णा, मानसी, सागरिका आर्य, अपूर्वा, प्रांजलि सिंह, स्नेहलता, आकांक्षा, स्वाति, अनिता पॉल और राहुल को भी मेडल मिले हैं। मेडल लिस्ट में 2016 बैच के शुभम कुमार और निकिता चौहान भी शामिल हैं।

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ग‌र्ल्स ने मारी बाजी

- 2019 के मेधावियों में 70 फीसद ग‌र्ल्स और 30 फीसद ब्वॉयज हैं।

- 2020 के मेधावियों में 60 फीसद ग‌र्ल्स और 40 फीसद ब्वॉयज हैं।

बोले स्टूडेंट्स

साइकियाट्रिक में एमडी फाइनल कोर्स कर रही हूं। मेरी मदर ने भी इसी कॉलेज से पीडियाट्रिक किया है। ऐसे में यह कॉलेज मेरे लिए स्पेशल है। आगे चलकर दिल्ली या यहीं पर रहकर काम करना है।

कोपल रोहतगी

यहां इंटर्न कर रहा हूं और एमडी मेडिसिन की तैयारी भी कर रहा हूं। जगाधरी हरियाणा का रहने वाला हूं। मुझे चंडीगढ़ पीजीआई से पीजी करना है। मेरा सपना न्यूरोलॉजी में काम करने का है।

आकाशदीप शर्मा

मैं इंटर्न कर रही हूं। एमडीएस का प्रिपरेशन कर रही हूं। मुझे प्रोस्थोडांटिक्स या ओरल सर्जरी की फील्ड में जाकर गोरखपुर में काम करना है। वहां अच्छे डेंटिस्ट की कमी है। मेरे घर में कोई डॉक्टर नहीं है।

आफरीन कादिर

मैं बीडीएस इंटर्न हूं और मुझे एमडीएस करना है। पेरियोडांटिक्स में काम करना है। कानपुर का रहना वाला हूं और ग्रामीण एरिया में जाकर मैं काम करूंगा, इन एरिया में अच्छे डॉक्टर्स की कमी है।

प्रणय मिश्रा

फिलहाल मैं एमडी आब्स एंड गाएनी की पढ़ाई करने के साथ ही जेआर-1 भी कर रही हूं। मैंने आगे के बारे में अभी कुछ ज्यादा नहीं सोचा है लेकिन जो भी करूंगा समाज की बेहतरी के लिए करूंगा।

नीलांशा वाष्र्णेय

एमबीबीएस पूरा कर लिया है। पीजी एमडी मेडिसन में बीएचयू से पढ़ाई कर रहा हूं। मेरा मन न्यूरो की फील्ड में काम करने का है। आगरा में जाकर काम करना चाहता हूं, क्योंकि वहां मेरा घर है।

शुभम जैन