लखनऊ (ब्यूरो)। मेरी तीन बेटियां हैं, अशिंका उनमें सबसे छोटी थी। मैं चाहता था कि वह सीए बनकर हम सबका नाम रोशन करे, लेकिन वह फैशन डिजाइनिंग की फील्ड में जाना चाहती थी, इसलिए उसका एडमिशन लखनऊ यूनिवर्सिटी में करवाया था। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। न जाने वह कौन सी मनहूस घड़ी थी, जब मेरी लाडली ने यह कदम उठाया। यह दर्द था बुधवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी में सुसाइड करने वाली अंशिका के पिता अशोक अग्रहरि का, जो ये सब बताते हुए रो पड़े। उनको यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।

परिजनों को नहीं हुआ यकीन

अंशिका का परिवार गुरुवार को प्रयागराज से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। हसनगंज थाना पुलिस की कार्रवाई के बाद अंशिका का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद परिजनों ने बैकुंठ धाम में अंशिका का अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता अशोक ने बताया कि वह प्रयागराज के अल्लापुर स्थित लेबर चौराहा सब्जी मंडी के पास रहते हैं। वह एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी में बतौर अकाउंटेंट काम करते हैं।

पेपर अच्छा हुआ है पापा

अशोक ने बताया कि 7 दिसंबर को प्रयागराज स्थित घर पर उनकी बड़ी बेटी ज्योति गुप्ता की शादी थी। आखिरी बार अंशिका अपने घर आकर इन खुशियों में शामिल हुई थी। वह बहुत हसमुख लड़की थी। एग्जाम खत्म होने के बाद उससे आखिरी बार फोन पर बात भी हुई थी। उसने बोला था कि पेपर अच्छा हुआ है, खाना भी समय से खाया है। तब ऐसा लगा ही नहीं कि बेटी के मन में सुसाइड करने का ख्याल आ रहा है। अगर ऐसा होता तो यहां आकर उसे अपने साथ ले जाता।

नहीं दी तहरीर

हसनगंज थाना प्रभारी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि अंशिका का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले में परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है और न ही पुलिस को कोई तहरीर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। बता दें कि बुधवार शाम लखनऊ यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित तिलक गर्ल्स हॉस्टल में अंशिका गुप्ता ने पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया था। वह बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की थर्ड ईयर की छात्रा था। बताया गया था कि घटना के दौरान वह वीडियो कॉलिंग पर अपने दोस्त से बात कर रही थी।

स्टूडेंट्स ने मांगा प्रोवोस्ट का इस्तीफा

एलयू में बुधवार शाम बीएफए थर्ड ईयर की छात्रा के सुसाइड करने के मामले में गुरुवार को छात्र संगठनों ने तिलक गर्ल्स हॉस्टल की प्रोवोस्ट प्रो। भुवनेश्वरी भारद्वाज पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की। आइसा, एनएसयूआई और एससीएस के छात्रों ने प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि इस मामले में एलयू प्रशासन की ओर से आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।

प्रेम प्रसंग पर मामला छोड़ा

छात्र नेताओं ने कहा कि बुधवार शाम को घटना होती है, एलयू प्रशासन मौके पर जाता है हॉस्टल का गेट बंद हो जाता है। उसके बाद से कोई किसी से बात नहीं करता है। मीडिया को भी अंदर जाने नहीं दिया। प्रेम प्रसंग पर मामला छोड़ दिया। किसी ने नहीं पूछा कि प्रोवोस्ट कहां थीं। हॉस्टल का क्या माहौल है यह भी किसी ने जानने की कोशिश नहीं की।

एलयू ने की शोक सभा

वहीं, अंशिका गुप्ता के निधन पर शोकसभा का आयोजन तिलक छात्रावास में किया गया। वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने कहा कि दिवंगत छात्रा के इस असामयिक निधन पर समस्त विवि परिवार एवं तिलक छात्रावास परिवार अत्यंत आहत एवं दु:खी है। इस दौरान प्रति कुलपति प्रो। अरविन्द अवस्थी, कुलसचिव डा विनोद कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

यह रखीं मांगे

- तिलक महिला छात्रावास की प्रोवोस्ट भुवनेश्वरी भारद्वाज इस्तीफा दें

- हर माह छात्रावास के अंदर काउंसलिंग की व्यवस्था हो

- छात्रा के सुसाइड की निष्पक्ष जांच हो, जांच कमिटी बैठाई जाए

- सभी गर्ल्स हॉस्टल में ग्रीवांस सेल का गठन हो