लखनऊ (ब्यूरो)। कृष्णानगर थाने के तत्कालीन एडिशनल इंस्पेक्टर सुनील कुमार आजाद समेत छह लोगों पर लूटपाट समेत मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। अधिवक्ता का आरोप है कि इन लोगों ने थाने के बाहर मारपीट और लूटपाट की है। थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर घटना के सात महीने बाद रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। बता दें कि इंस्पेक्टर वर्तमान में मदेयगंज में तैनात हैं।

मार्च में अधिवक्ता को भेजा था जेल

सुभाष नगर निवासी अधिवक्ता लाखन सिंह का आरोप है कि एक केस के संबंध में कृष्णानगर थाना गए थे, जहां थानेदार के न होने पर एडिशनल इंस्पेक्टर सुनील कुमार आजाद ने अगले दिन आने की बात कही थी। इसके चलते सात मार्च 2023 को थाने गया। आरोप है कि थाने के बाहर इंस्पेक्टर सुनील कुमार आजाद, एसीपी के पेशकार कौशलेन्द्र प्रताप सिंह और इलाके के सुनील कुमार दुबे, राम मिलन सिंह चौहान, वैभव दुबे व उर्मिला सिंह चौहान ने रोक लिया। कारण पूछने पर सुनील दुबे ने गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दी। इसीबीच इंस्पेक्टर सुनील आजाद ने उनकी जेब से 55 सौ रूपये निकाल लिए।

फायरिंग हुई मिस

आरोप है कि उर्मिला सिंह ने उनकी अंगुली से अंगूठी निकाल ली। जब उन्होंने इसकी शिकायत अधिकारियों से करने की बात कही तो इंस्पेक्टर ने रिवाल्वर से गोली मारने की कोशिश की, लेकिन मिस फायर हो गया। इसके बाद हवालत में डालकर फर्जी मुकदमें जेल भेज दिया। मई में जेल से छूटकर आने के बाद कृष्णानगर थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद कोर्ट की शरण लेकर न्याय की गुहार लगाई। वहीं, इंस्पेक्टर कृष्णानगर जितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अधिवक्ता लाखन सिंह को दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। जेल से छूटकर आने के बाद पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था।