लखनऊ (ब्यूरो)। चौक में सरेआम हुए एसिड अटैक का काला सच जब सामने आया तो न केवल इसने रिश्तों को दागदार कर दिया बल्कि एक युवती के विश्वास पर भी गहरी चोट की। जिसे भाई समझकर मदद की आस लगाई थी, वही एसिड अटैक का साजिशकर्ता निकला। उसी ने खुद को युवती की नजर में हीरो साबित करने के लिए दोस्त के साथ मिलकर साजिश रची और फिर उसे अंजाम देते समय बचाने का नाटक किया। हालांकि, पुलिस की जांच में उसकी प्लानिंग का खुलासा हो गया।

एसिड अटैक का मास्टरमाइंड था

बीती तीन जुलाई की सुबह करीब साढ़े सात बजे चौक की रहने वाले लड़की आपके मौसेरे भाई के बुलावे पर चौक स्टेडियम के पास खड़ी थी। इसी दौरान उसे कुछ दिनों से परेशान कर रहे अभिषेक वर्मा ने उसपर एसिड अटैक किया था। इसी दौरान हीरो की तरह युवती के भाई हर्ष ने एसिड का वार अपनी पीठ पर लिया और बुरी तरह झुलस गया। इस दौरान एसिड की कुछ बंूदें युवती के चेहरे पर भी पड़ीं। दोनों का इलाज केजीएमयू में हो रहा है। घटना के दूसरे ही दिन पुलिस ने एसिड फेंकने वाले अभिषेक वर्मा को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस हादसे को जिसने भी सुना वह हैरान रह गया। जितना गुस्सा एसिड फेंकने वाले अभिषेक पर था उतनी ही तारीफ युवती के सामने ढाल की तरह खड़े होने वाले उसके मौसेरे भाई की हुई। पर जब सच्चाई सामने आई तो हर्ष ही असली विलेन निकला।

पीड़िता से एकतरफा प्यार करता था

सूत्रों के मुताबिक, एसिड अटैक करने वाले अभिषेक वर्मा की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसे तथ्य सामने आए, जिसमें वह सिर्फ इस कांड का एक हिस्सा मात्र नहीं था बल्कि इसका मास्टरमाइंड भी था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एसिड अटैक में घायल युवती के दूर के मौसा का गोद लिया हुआ बेटा हर्ष पीड़िता से एकतरफा प्यार करता था। वह चाहता था कि पीड़िता भी उससे प्यार करने लगे। लिहाजा हर्ष ने एक खतरनाक प्लान तैयार किया। इसमें उसने अपने एक दोस्त को जोड़ा, जिसने हर्ष को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभिषेक वर्मा से मिलवाया।

मदद का दिया था भरोसा

हर्ष ने अभिषेक वर्मा को अपनी मुंह बोली बहन का व्हाट्सएप नंबर दिया और कहा कि वह उससे बात करने की कोशिश करे। उससे प्यार का इजहार करे और जब वह मना करे तो उसे परेशान करे। हर्ष जानता था कि युवती परेशान होकर उससे मदद जरूर मांगेगी। हुआ भी ऐसा ही। कई हफ्तों बाद अभिषेक के मैसेज से परेशान होकर युवती ने हर्ष से मदद मांगी। सब हर्ष की प्लानिंग के मुताबिक चल रहा था। हर्ष ने युवती को पूरी बात बताए जाने पर उसकी मदद करने का भरोसा दिलाया।

रात ढाई बजे तक हुई प्लानिंग

सूत्रों के मुताबिक, दो जुलाई 2024 को हर्ष तिवारी, अभिषेक वर्मा रात करीब ढाई बजे तक पूरी प्लानिंग करते रहे। प्लानिंग ऐसी जिसे सुन कर किसी की भी रूह कांप जाए। हर्ष ने अभिषेक को दो बोतल में एसिड दिया और कहा कि तीन जुलाई को वह उसे चौक बुलाएगा। वह पीड़िता को भी वहां बुला लेगा और कह देगा कि उसे परेशान करने वाले को आखिरी चेतावनी देने के लिए बुलाया जा रहा है। पूरी प्लानिंग बन चुकी थी, हर्ष ने अपनी बाइक अभिषेक वर्मा को दे दी और ढाई बजे वह अपने घर चला गया। हर्ष ने अभिषेक को हिदायत दी थी कि वह एसिड को युवती के कपड़ों पर फेंकेगा और वह उसे बचाने के लिए अपनी पीठ सामने ले आएगा। इससे लड़की को भी कुछ नहीं होगा और उसकी पीठ पर ज्यादा घाव भी नहीं होंगे। इससे वह न सिर्फ लड़की बल्कि उसके घरवालों के सामने भी हीरो बन जाएगा। इसके लिए हर्ष ने अभिषेक को डेढ़ लाख रुपए भी दिए थे।