- इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा पर दो महीने पहले बना नाला धंसा

- ठाकुरगंज में पुलिया और फैज्जुलागंज भूमिगत नाला धंसा

LUCKNOW: बारिश को लेकर नगर निगम के तैयारियों के दावे धराशायी हो गए हैं। चंद घंटों की बारिश में ही जलभराव से कहीं टापू जैसे हालात हैं, तो कहीं तालाब बन गया है। नाले और पुलिया बह गए हैं।

भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड

भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड के इंजीनीरिंग कॉलेज चौराहे पर दो माह पूर्व पच्चीस लाख रूपयों की लागत से बरसात का पानी निकालने के लिये एक नया नाल बनवाया गया था। बुधवार शाम जरा सी बारिश से वह धराशाई हो गया। सेक्ट-ए कॉलोनी पल्टन छावनी निवासियों का कहना है कि नाले के निर्माण के दौरान मानकों के विपरीत हो रहे कार्य का विरोध किया गया था, लेकिन नगर निगम के अधिकारी व पार्षद विरोध की अनदेखी कर घटिया निर्माण करा दिया। नाला बह गया और जलभराव से लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया।

फैजुल्लागंज प्रथम वार्ड

खालिदा नगर कॉलोनी के छोटा खदाना फैजुल्लागंज प्रथम वार्ड के निवासी रामशंकर, त्रिभुवन दीक्षित, पप्पू, गुप्तेश्वर गुप्ता, हरीओम, शाहबान, तौकिर, उस्मान, इरफान आदि लोगों ने बताया कि पिछली सरकार में बरसात का पानी निकालने के लिए एक भूमिगत नाले का निर्माण नगर निगम ने कराया गया था। इस भूमिगत नाले से आईआईएम रोड कालोनी, सेमरा गौढ़ी कालोनी, शिव नगर कालोनी समेत पूरे इलाके का पानी मेन नाले में जाने के लिए बनाया गया था। इस बार लापरवाही के चलते नाले की सफाई नहीं कराई गई। नाला चोंक होने के कारण बारिश का पानी खालिदा नगर कॉलोनी में घुस जाता है और लोगों के घर टापू बन जाते हैं। बारिश होने पर घरों में मौजूद लोग घर में फंस गए हैं।

ठाकुरगंज मोहल्ला

ठाकुरगंज रोड पर लगभग दो करोड़ की लागत से पुलिया निर्माण का काम चल रहा है। यह काम पीडब्लूडी द्वारा कराया जा रहा है। एक साइट का पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे साइट की पुलिया पर रोड बनाकर ट्रैफिक का आवागमन कराया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना कि रोड बनाने में घटिया सामग्री का यूज किया गया। जिसके चलते पुलिया के ऊपर बनी रोड धंस गई। बारिश में पुलिया की रोड जर्जर हो गई और रोड धंस गई।

कमता फैजाबाद रोड

नगर निगम कमता के पास आवासीय कॉम्प्लेक्स बना रहा है। इसके लिए नींव और पिलर डालने के लिए अंडर ग्राउंड खोदाई भी की है। कॉम्प्लेक्स निर्माण को लेकर विवाद हो गया और काम रोक दिया था। पहली बारिश में गड्ढे में पानी भरने से मिट्टी की दीवार धंस गई और पीछे के हिस्से में मकानों पानी पहुंच गया। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। अगर गड्डे को जल्द बंद नहीं किया गया आस-पास के मकानों की नींव हिल सकती है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर नगर निगम की टीम ने मौके का निरीक्षण किया और गड्डे को पाटने का काम शुरू किया ताकि आस-पास के मकानों को बचाया जा सके।