लखनऊ (ब्यूरो)। नाला सफाई में सामने आने वाली अनियमितताओं को दूर करने के लिए निगम प्रशासन की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है। निगम प्रशासन के निर्णय में साफ है कि ड्रोन के माध्यम से नालों की सफाई की मॉनीटरिंग की जाएगी। अगर कहीं भी नाला साफ नहीं मिलता है तो तत्काल उसे साफ कराया जाएगा ताकि जनता को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े।

डीजे आईनेक्स्ट ने चलाया था अभियान

नालों की सफाई की स्थिति और उससे जुड़ी जलभराव की समस्या को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से 'डूबेगा या बचेगाÓ अभियान चलाया गया। इसके माध्यम से नालों की बदहाल स्थिति दिखाई गई साथ ही यह भी बताया कि अभी तक इनकी सफाई का स्टेटस क्या है। यह भी बताया गया कि नालों की सफाई न होने की वजह से जनता को फिर से जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

अब जिम्मेदार हुए एक्टिव

अभियान को संज्ञान लेते हुए निगम प्रशासन के जिम्मेदार एक्टिव हो गए हैैं। उनकी ओर से निर्णय लिया गया है कि जहां भी नालों की सफाई हो रही है, वहां पर ड्रोन के माध्यम से सफाई की मॉनीटरिंग की जाएगी। इसके साथ ही अधिकारी भी मौके पर जाकर स्थलीय सत्यापन करेंगे। अगर कहीं भी नाला सफाई में अनियमितता मिलती है तो फिर से नाला साफ कराया जाएगा।

सिल्ट हटाई जाएगी

इस बार यह भी निर्णय लिया गया है कि सिर्फ नालों की ऊपरी सतह ही साफ नहीं कराई जाएगी बल्कि तलहटी की भी सफाई होगी। नालों में जमा सिल्ट को हटाया जाएगा और समय से ही बाहर रखी गई सिल्ट या वेस्ट को हटाया भी जाएगा। जिससे दोबारा नाले में गंदगी न हो। वहीं पब्लिक को भी जागरूक किया जाएगा कि नाले में वेस्ट न फेंके। दरअसल, कई इलाकों में देखने में आया है कि स्थानीय लोगों की ओर से नाले में वेस्ट फेंक दिया जाता है, इसकी वजह से नाले फिर से गंदगी से जाम हो जाते हैैं। जिसकी वजह से बारिश होने पर जलभराव की समस्या सामने आती है।

नालियों का भी सर्वे

निगम प्रशासन की ओर से गली-मोहल्लों में नाले-नालियों का भी सर्वे कराया जाएगा। इस दौरान यह देखा जाएगा कि कितने भवन स्वामियों ने नाले-नालियों के ऊपर निर्माण करा लिया है। पहले तो ऐसे भवन स्वामियों को नोटिस भेजा जाएगा। अगर इसके बाद भी उनकी ओर से स्वत: अवैध निर्माण नहीं हटाए जाते हैैं तो फिर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। सर्वे में यह भी देखा जाएगा कि कितने ऐसी गलियां हैैं, जहां नालियां है नहीं। वहां पर नए सिरे से नालियों का निर्माण कराया जाएगा। जब तक नालियों का निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक जलनिकासी के अस्थाई इंतजाम किए जाएंगे।

नालों की सफाई में विशेष गंभीरता बरती जा रही है। ड्रोन के साथ-साथ अधिकारी भी मौके पर जाकर नाला सफाई की स्थिति देखेंगे। अगर कहीं कोई खामी मिलती है तो उसे तत्काल दूर कराया जाएगा।

इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त