लखनऊ (ब्यूरो)। इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट अलीगंज को और अपग्रेड करने की तैयारी है। संस्थान में शॉर्टटर्म कोर्स शुरू करने के साथ साथ नई और अपग्रेडेड मशीनें लगाई जाएंगी। दरअसल पीपीपी मॉडल के तहत युवाओं को आधुनिक कौशल प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश के आईटीआई को और अपग्रेड किया जाना है। जानकारी के मुताबिक यह अपग्रेडेशन पीपीपी मॉडल के तहत होगा और प्रदेश के 150 आईटीआई को और बेहतर बनाया जाएगा। इसमें आईटीआई अलीगंज को भी शामिल किया गया है।

दो प्रोजेक्ट चल रहे हैं

संस्थान के प्लेसमेंट सेल के इंचार्ज एमए खान से मिली जानकारी के मुताबिक पीपीपी मॉडल के तहत टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड का सहयोग से आईटीआई को अपग्रेड किया जाना है। मौजूदा समय में टीटीएल के दो प्रॉजेक्ट संस्थान में चल रहे हैं।

नई मशीनों के साथ काम

इस योजना के तहत आईटीआई को और बेहतर बनाने की कवायद की जाएगी। इसके लिए संस्थानों में मौजूद कार्यशाला को आधुनिक, प्रशिक्षण केंद्रों को बनाने के साथ साथ नई मशीनों को खरीदने का काम किया जाएगा। साथ ही आईटीआई में 23 शॉर्टटर्म कोर्स शुरू कराने की भी तैयारी की जा रही है। अनुदेशकों को भी नई ट्रेड के अनुसार ही ट्रेंड किया जा रहा है। इस काम को दिसंबर से जनवरी तक पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जानकारी के मुताबिक इस अपग्रेडेशन के लिए आईटीआई अलीगंज को करीब 3 करोड़ 54 लाख का बजट भी जारी किया है।

400 करोड़ हुए जारी

प्रदेश में आईटीआई को अपग्रेड करन का काम शुरू हो चुका है। इस योजना को पूरा करने के लिए शासन ने 400 करोड़ रुपये जारी कर किए हैं। योजना में टीटीएल व सरकार मिलकर आईटीआई को बेहतर करने का काम कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर आईटीआई में काम शुरू कर दिया गया है ताकि काम समय से पूरा हो और अगले सत्र से आधुनिक प्रशिक्षण शुरू किया जा सके।