लखनऊ (ब्यूरो)। सैरपुर स्थित रैथा रोड स्थित सहाय एन्क्लेव में गुरुवार सुबह बिना परमिशन के सेफ्टी टैंक की खोदाई की जा रही थी। खोदे गए 25 फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी ढहने से आठ मजदूर मिट्टी में दब गए। तीन मजदूरों को उनके साथियों ने निकाल लिया, वहीं बाकी को फायर ब्रिगेड के जवानों ने निकाला और अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में लखीमपुर निवासी 50 वर्षीय सूर्यलाल यादव को मृत घोषित कर दिया गया।

नहीं ली गई थी परमिशन

अलीगंज निवासी बिल्डर मयूर जायसवाल रैथा रोड पर सहाय एन्क्लेव में रो-हाउस बनवा रहे हैं। वहां आगे की तरफ पिछले 20 दिनों से बिना अनुमति के चोरी छिपे खोदाई चल रही थी। बुधवार देर रात जेसीबी से करीब 25 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। इसकी मिट्टी निकालने के लिए गुरुवार सुबह 15 मजदूर लाए गए। बब्लू, इतिवारी, जगमोहन, वचनेश पांडेय, मुकेश मिश्रा, सूर्यलाल यादव व एक अन्य मजदूर मिट्टी निकाल रहे थे।

अचानक ढह गई मिट्टी

सुबह साढ़े आठ बजे एक तरफ की दीवार नम होने के कारण मिट्टी भरभरा कर ढह गई और आठों मजदूर उसमें दब गए। तीन को वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों ने निकाल लिया। बाकी को फायर ब्रिगेड के जवानों ने निकाला। इलाज के दौरान सूर्यपाल ने दम तोड़ दिया।

पुलिस को तहरीर का इंतजार

इंस्पेक्टर सैरपुर जीतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि शव को कब्जे में ले लिया गया है। परिजनों की तरफ से तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बीकेटी एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि हादसे की जांच करवाई जा रही है। बिल्डर से नक्शा, रेरा रजिस्ट्रेशन, भू-उपयोग परिवर्तन की जांच समेत अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।