लखनऊ (ब्यूरो)। पावर कारपोरेशन की ओर से प्रदेशभर के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। यह राहत बिजली चोरी और नए बिजली कनेक्शन के लिए बनने वाले एस्टीमेट से जुड़ी हुई है। कारपोरेशन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मीटर की सील टूटी होना या सर्विस केबिल के जगह-जगह कटे होने को बिजली चोरी नहीं माना जा सकता। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर किसी उपभोक्ता के यहां ऐसी स्थिति मिलती है तो क्या कदम उठाए जाएं।

बिजली चोरी का सबूत नहीं

पावर कारपोरेशन के निर्देशों में कहा गया है कि अगर उपभोक्ता के परिसर पर जांच के दौरान सर्विस केबल एक अथवा अधिक स्थानों पर कटी पाई जाती है तो इससे मीटर बायपास करके विद्युत चोरी की आशंका तो मानी जा सकती है, लेकिन बिजली चोरी के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं माना जा सकता, जब तक कि मौके पर बिजली की चोरी होते हुए देखी न जाए। ऐसे प्रकरणों में सीधे धारा-135 की कार्रवाई नहीं की जा सकती।

ये उठाए जाएंगे कदम

ऐसे प्रकरणों में पुरानी सर्विस केबल आर्मर्ड सर्विस केबल के माध्यम से चेंज करके मीटर को परिसर के बाहर स्थापित कराया जाना चाहिए तथा आगामी तीन महीने के बिजली उपभोग की तुलना गत वर्ष समान महीनों के उपभोग से करके असेसमेंट किया जाए और बिल जेनरेट किया जाए।

मीटर बॉडी सील टूटी होना सबूत नहीं

पावर कारपोरेशन की ओर से यह भी कहा गया है कि उपभोक्ता परिसर से उतारे गये मीटर की ब्रॉट-इन के आधार पर विद्युत अधिनियम की धारा-135 के अंतर्गत मीटर टेंपर का केस फाइल करने से पहले बिजली चोरी होने का प्रमाण जरूरी है। लैब में मीटर की एक्यूरेसी जांच करके पता किया जा सकता है कि मीटर कितना स्लो है। मीटर टेंपर के प्रमाण के अभाव में केवल मीटर बॉडी सील टूटी होना या किसी एलईडी का लेग कटा होना अथवा अन्यथा मीटर में छेड़छाड़ का संदेह मात्र होना बिजली चोरी का पर्याप्त आधार नहीं है।

न्यूनतम एस्टीमेट जारी होगा

पावर कारपोरेशन की ओर से नए बिजली कनेक्शन के लिए बनने वाले एस्टीमेट को लेकर भी निर्देश दिए गए हैैं। नये बिजली कनेक्शन का आवेदन प्राप्त होने पर परिसर के पास स्थित बिजली लाइन से एक्सटेंशन हेतु न्यूनतम एस्टीमेट जारी करके कनेक्शन दिया जाएगा। उक्त बिजली लाइन के निर्माण के लिए चाहे पूर्व में किसी निजी आवेदक द्वारा जमा योजना में धनराशि जमा कराई गई हो, इसके बावजूद उक्त निर्मित लाइन अब डिस्ट्रीब्यूशन लाइसेंसी की संपत्ति है। ऐसे में डिस्ट्रीब्यूशन लाइसेंसी उससे किसी को भी बिजली कनेक्शन दे सकता है। इसके साथ ही अब यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रत्येक बिजली कनेक्शन के लिए अलग-अलग लाइन नहीं बनाई जाएगी।

आज यहां बिजली सप्लाई रहेगी बाधित

अर्जुनगंज सबस्टेशन के अंतर्गत जर्जर केबिल लाइन बदलने का कार्य मंगलवार को किया जाएगा। इसकी वजह से सुबह 10 से शाम 5 बजे तक फ्रेंड्स कॉलोनी की बिजली सप्लाई आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी। इसी तरह इसी सबस्टेशन के अंतर्गत एक अन्य क्षेत्र में होने वाले बिजली मेंटीनेंस की वजह से यशोदा विहार में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी।