लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमिशन (यूपीपीएससी) ने एक जनवरी को पीसीएस एग्जाम के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। कैंडीडेट्स 2 फरवरी तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इस साल आयोग ने 220 पदों के लिए वैकेंसी निकाली है। हालांकि, आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, पदों की संख्या घट व बढ़ भी सकती है। जानकारों की माने तो बीते 10 सालों में इस बार सबसे कम पोस्ट पर आवेदन का नोटिफिकेशन जारी हुआ। बीते साल यह संख्या 254 थी। पोस्ट की कम संख्या से तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स निराश हैं। एक तरफ जहां तैयारी करने वाले और फॉर्म भरने वाले कैंडीडेट्स की संख्या लाखों में होती है, तो वहीं पोस्ट का लगातार कम होना न केवल प्रतियोगिता को बढ़ावा दे रहा है, साथ ही कैंडीडेट्स में तनाव भी बढ़ा रहा है।

आवेदन करने वालों की संख्या तो नहीं घट रही

सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जानकीपुरम निवासी गौतम तिवारी का कहना है कि यूपीपीएससी के एग्जाम में अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लाखों में होती है। साल 2023 में साढ़े पांच लाख से अधिक कैंडीडेट्स ने आवेदन किया था। इस साल भी संख्या ऐसी ही रहने की उम्मीद है। ऐसे में 220 पोस्ट बेहद कम हैं। बीते साल 254 पोस्ट पर वैकेंसी आई थी।

प्रिलिम्स में पोस्ट के अनुरूप ही होता है सिलेक्शन

इस साल पीसीएस एग्जाम देने जा रहीं अलीगंज निवासी हर्षिता का कहना है कि पीसीएस का एग्जाम तीन चरणों में होता है। प्री, मेन्स और इंटरव्यू। प्री क्वालिफाई करने के बाद ही आप मेन्स तक पहुंचते हैं। आयोग पदों की संख्या के आधार पर 15 गुना कैंडीडेट्स को ही मेन्स के लिए चुनता है। बीते साल की बात करें तो 254 वैकेंसी के लिए नोटिफिकेशन जारी हुआ था, जिसमें साढ़े पांच लाख कैंडीडेट्स ने अप्लाई किया था। साढ़े तीन लाख कैंडीडेट्स ने एग्जाम दिया था, उनमें से प्री में 4 हजार के करीब स्टूडेंट्स सिलेक्ट हो पाए थे। कम पोस्ट से प्री में सिलेक्ट होने के चांसेज का दबाव बढ़ जाता है। कंपटीशन का प्रेशर भी स्टूडेंट्स पर आ जाता है।

जहां ज्यादा वैकेंसी वहां शिफ्ट हो जाते हैं स्टूडेंट्स

एक्सपर्ट्स व यूपीपीएससी व पीसीएस की तैयारी कराने वाले बाघेंद्र सिंह का कहना है कि पोस्ट कम होने से स्टूडेंट्स पर तनाव तो होता है, लेकिन आयोग वैकेंसी के हिसाब से पोस्ट निकालता है। यूपीपीएससी कई अन्य पदों पर भी भर्तियां निकालता है। जिस एग्जाम में पोस्ट की संख्या अधिक होती है स्टूडेंट्स उस वैकेंसी में शिफ्ट कर जाते हैं।

चयनित पदों का डेटा

2014 579

2015 530

2016 630

2017 676

2018 976

2019 434

2020 476

2021 627

2022 364