लखनऊ (ब्यूरो)। चिनहट थाना पहुंचकर सौरभ नाम के एक युवक ने रविवार दोपहर खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। घटना से पुलिस के हाथ पांव फूल गए। माचिस जलाने से पहले ही एक दारोगा और सिपाही ने उसे रोक लिया। सौरभ ने मटियारी चौकी प्रभारी, लेखपाल के अलावा प्रापर्टी डीलर और ब्रोकर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

10 साल पहले खरीदी थी जमीन

सौरभ ने बताया कि वह मूलरूप से सीतापुर के बरसइया गांव का रहने वाला है। मां सुधा देवी, भाई सर्वेश के साथ इंदिरानगर बी-ब्लाक बस्तौली में रहता है। वर्ष 2014 में उसने शाहपुर मटियारी के रहने वाले ब्रोकर जगदीश यादव के जरिए खनदक गोयला के राजेंद्र प्रसाद की एक हजार स्क्वायर फिट जमीन खरीदी थी। जमीन का पांच लाख, 12 हजार रुपये भुगतान किया था। इसके बाद रजिस्ट्री करा ली थी। भूखंड की दाखिल खारिज भी करा ली थी। उसी जमीन के पास राजेंद्र की और भी जमीन थी। करीब दो माह से जगदीश और राजेंद्र खरीदी गई जमीन पर भी मकान का निर्माण नहीं करवाने दे रहे थे। दोनों मिलकर धमकी दे रहे थे और कहते थे कि यह जमीन उनकी है। जमीन अब नहीं देंगे।

लेखपाल भी पैमाइश को लेकर नहीं सुन रहा था

करीब 15 दिन पहले निर्माण के लिए बिल्डिंग मैटेरियल गिरवाया तो राजेंद्र और जगदीश ने उसके आस पास की जमीन पर तार लगवाकर घेराबंदी कर दी। प्लाट पर ट्रैक्टर और मजदूरों को जाने से रोक दिया। मामले की शिकायत तहसील प्रशासन में की और लेखपाल से जमीन की पैमाइश करने के लिए कहा पर उसने सुनवाई नहीं की। मटियारी चौकी पहुंचा तो वहां चौकी प्रभारी जगदीश और राजेंद्र के साथ बैठे थे। उन्हें प्रार्थनापत्र दिया तो चौकी प्रभारी ने भगा दिया।

सुनवाई न होने पर आत्मदाह का लिया फैसला

जगदीश और राजेंद्र दोनों धमका रहे थे। पुलिस और तहसील प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा था। इन सबसे त्रस्त होकर पेट्रोल की बोतल लेकर थाने पहुंचा। वहां खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। यह देखकर दारोगा और सिपाही दौड़े उन्होंने माचिस जलाने से पहले ही पकड़ लिया। इसके बाद जगदीश और राजेंद्र प्रसाद को बुलाया गया। घंटों थाने में पंचायत चलती रही।