- सिटी में 93 पुलिस बूथ अवैध तरीके से लगाये गये

- महज 36 बूथ की नगर निगम से ली गई स्वीकृति

- हर वर्ष 35 लाख रुपये राजस्व का हो रहा नुकसान

LUCKNOW: शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए पुलिस डिपार्टमेंट ने भले ही कमर कस ली हो, लेकिन हकीकत यह है कि पहले खुद पुलिस डिपार्टमेंट को ही सुधरने की जरूरत है। अतिक्रमण पर हल्ला बोल करने वाले पुलिस डिपार्टमेंट ने शहर के 93 स्थानों पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। यह कब्जा पुलिस बूथ के रूप में है। जिससे नगर निगम को हर वर्ष करीब 36 लाख रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है।

केवल 36 बूथ की ली गई परमिशन

कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सिटी में कई महत्वपूर्ण प्वाइंट पर पुलिस बूथ की परिकल्पना की गई थी। जिसके तहत कई इलाकों में पुलिस बूथ भी बनाये गये। इस लीगल व्यवस्था की आड़ में 'आमदनी' का नया खेल खेला जा रहा है। कहने को पूरे शहर में करीब 129 पुलिस बूथ हैं, लेकिन उनमें से केवल 36 पुलिस बूथ ही जिन्हें नगर निगम से स्वीकृति मिली है। बाकी 93 बूथ अवैध रूप से चल रहे है।

क्या हैं नियम

चौकसी के लिए पुलिस बूथ बनाने के लिए नगर निगम से परमिशन लेनी पड़ती है। इसके लिए पुलिस विभाग आवेदन करता है। जिसके तहत नगर निगम निश्चित जगह पर बूथ बनाकर पुलिस को दे दी। उस बूथ पर विज्ञापन के लिए टेंडर निकालती है। जिसका रेट करीब पांच हजार वर्ग मीटर प्रति वर्ष होता है। बूथ में तीन तरफ से विज्ञापन किया जाता है। जिससे होने वाली आय से पुलिस बूथ के निर्माण का खर्च और निगम को राजस्व की इनकम होती है। एक बूथ के निर्माण में पचास से सत्तर हजार रुपये का खर्च आता है।

हर साल 35 लाख का नुकसान

सिटी के 93 अवैध बूथ से नगर निगम को हर वर्ष करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। पुलिस और विज्ञापन एजेंसी की मिलीभगत से नगर निगम की बिना परमिशन के पुलिस बूथ तैयार कर धड़ल्ले से उस पर प्रचार-प्रसार का खेल चल रहा है। एक बूथ पर निगम पांच हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से विज्ञापन दर देता है। तीनों तरफ (दाये-बाये और ऊपर) विज्ञापन होता है। 93 अवैध बूथ 80 वर्गफुट से लेकर 256 वर्ग फुट तक है। जिससे बड़े-बड़े प्रचार प्रसार भी किये जा रहे है। जिसमें पुलिस और विज्ञापन एजेंसी मिलकर जेब भर रहे है। यहीं नहीं बिना परमिशन के ही नगर निगम की जमीन पर रखे गये पुलिस बूथ रखे गये है।

जाम का भी बन रहे कारण

सिटी में अवैध पुलिस बूथ जाम का भी कारण है। एक जगह पर तीन-तीन बूथ लगा दिये गये हैं। बिना इजाजत के बूथ कई जगह डिवाइडर और रोड किनारे फुटपाथ पर सजा दिये गये हैं। नगर निगम के साथ-साथ यह अवैध बूथ लेसा को भी जमकर चुना लगा रहे है। अवैध बिजली कनेक्शन (कटिया) से पुलिस बूथ न केवल रोशन हो रहे हैं बल्कि एसी तक बूथ में लगाये गये हैं।

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

सिटी में अवैध पुलिस बूथ का संजाल फैला हुआ है। ऐसा नहीं है कि विभाग को इसकी जानकारी नहीं है। नगर निगम ने अवैध पुलिस बूथ को लेकर तीन बार एसएसपी को पत्र लिखा। नगर आयुक्त ने एसएसपी से मिलकर इस मामले की शिकायत भी की। लेकिन विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है।

वर्जन-

सिटी में अवैध रूप से 93 पुलिस बूथ है। नगर निगम ने इसका सर्वे कराया है। सर्वे में केवल 36 बूथ की ही परमिशन ली गई है। इस मामले में नगर आयुक्त की तरफ से कई बार एसएसपी को पत्र लिखकर सूचित भी किया गया है।

- अशोक सिंह, प्रचार अधिकारी नगर निगम