लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स को कौशल बनाने के लिए नई पहल कर रही है। इसके तहत एलयू केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के एमएससी इन केमिस्ट्री व फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के थर्ड सेमेस्टर स्टूडेंट्स को सीएसआईआर लैबों में इंटर्नशिप का मौका दिया जा रहा है। इस पहल के तहत 93 स्टूडेंट्स को सीएसआईआर की चारों लैबों में इंटर्नशिप के लिए चुना है। प्रवक्ता प्रो। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि यह इंटर्नशिप कार्यक्रम उनके सेमेस्टर का हिस्सा है।

लैबों ने तैयार किए स्किल डिवेलपमेंट कोर्स

विभाग में इंटर्नशिप प्रोग्राम के समन्वयक ने बताया कि सीएसआईआर संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई), भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईआईटीआर) और केंद्रीय औषधीय और सुगंधित पौधे संस्थान (सीमैप) ने स्टूडेंट्स के लिए कौशल विकास कार्यक्रम की पेशकश की है। इन संस्थानों ने जरूरत के अनुसार व अपने कौशल विकास कार्यक्रम (एसडीपी) के तहत इन स्किल डिवेलपमेंट कोर्सेज को डिजाइन किया है। स्टूडेंट्स को उनकी पसंद के हिसाब से अलग-अलग सीएसआईआर लैब्स अलॉट की गई है। इनमें 33 छात्र एनबीआरआई में, 31 छात्र आईआईटीआर में और 29 छात्र सीमैप में काम करेंगे।

14 दिसंबर से शुरू होगा आईआईटीआर का बैच

जानकारी के मुताबिक, आईआईटीआर में 14 दिसंबर से बैच शुरू किया जाएगा। वहीं, सीमैप 11 दिसंबर से इंटर्नशिप का बैच शुरू करेगा। एनबीआरआई में 7 दिसंबर से इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू हो चुका है, जिसका उद्घाटन एनबीआरआई के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ। एसके तिवारी ने किया। डॉ। एसके तिवारी ने स्टूडेंट्स को प्रोग्राम की डिटेल भी दी है, ताकि उन्हें क्या-क्या सिखाया जाएगा, इसका अंदाजा लग सके। प्रोफेसर अनिल मिश्रा का कहना है कि सीएसआईआर की लैबों के साथ जुड़कर विभाग के स्टूडेंट्स को फील्ड में कैसे काम किया जाता है, इसका अंदाजा तो होगा ही साथ ही वे ड्रग डिस्कवरी, अलग-अलग कंपाउंड खोजने, एंवायरमेंट से रिलेटेड शोधों को बारीकी से देखने के साथ-साथ वैज्ञानिकों से जुड़ सकेंगे। इससे उनके लिए आगे की राह आसान होगी।