- राजधानी की पाश कालोनियों में सीबीआई ने 25 जगहों पर की छापेमारी

- दिनभर रहा गहमागहमी का माहौल, पड़ोसियों ने साधी चुप्पी

LUCKNOW:

रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआइ ने दूसरी एफआइआर दर्ज करने के बाद सोमवार को राजधानी में 25 स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी पाश कालोनियों में पूरे दिन जारी रही। ठेकेदारों और अधिकारियों की बड़ी- बड़ी कोठियां घोटाले की ओर इशारा करने के लिए काफी हैं। करोड़ों की संपत्ति आरोपितों के फर्जीवाड़े को बयां कर रही है। सीबीआई ने आरोपितों के घर से घोटाले से जुड़े साक्ष्य जुटाए हैं।

यहां पहुंची सीबीआई टीम

सीबीआई की टीम गोमतीनगर के विशाल खंड तीन निवासी ठेकेदार अखिलेश कुमार सिंह के घर पहुंची। काफी देर तक टीम ने यहां पर पड़ताल की। इसके बाद विपुल खंड निवासी अखिलेश रमन के यहां भी छापेमारी की गई। सीबीआइ की अलग-अलग टीमें तत्कालीन इंजीनियर शिव मंगल यादव के शारदा नगर स्थित आवास, विपुल खंड निवासी तत्कालीन चीफ इंजीनियर एसएन शर्मा, विकासनगर निवासी ओम वर्मा, इंदिरानगर निवासी काजिम अली, साउथ सिटी निवासी सुरेंद्र कुमार पाल और विकासनगर निवासी कमलेश्वर सिंह के घर पहुंची। कई घंटे तक टीम ने घोटाले से जुड़े दस्तावेज खंगाले। इस बीच सीबीआई ने रिवर फ्रंट में काम करने वाले ठेकेदारों के आवास पर छापा मारा। इनमें महानगर निवासी ठेकेदार मोहम्मद आसिफ खां, विक्रम अग्रवाल के चिनहट व सीआईडी कालोनी स्थित ठिकानों पर छापे मारे। खास बात यह है कि छापेमारी के दौरान पड़ोसियों से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। पूरे दिन अलग-अलग इलाकों में सीबीआई की छापेमारी से गहमागहमी का माहौल रहा। गौरतलब है गोमतीनगर थाने में रिवर फ्रंट घोटाले की एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद सीबीआइ जांच के आदेश हुए थे।