लखनऊ (ब्यूरो)। मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने मंगलवार को राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा एवं राजकीय बाल गृह (बालक) मोहान रोड लखनऊ का निरीक्षण किया। वह सबसे पहले राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा पहुंचीं। उन्होंने निर्देश दिए कि बाल सुधार गृह को चाइल्ड फ्रेंडली बनाएं ताकि वहां से जाने के बाद बच्चों में सुधार आए। बच्चों को यहां जेल जैसा नहीं बल्कि घर जैसा माहौल मिले। इसके लिए शहर के बुद्धिजीवियों व गणमान्य लोगों को समय-समय पर आमंत्रित कर बच्चों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उनके द्वारा काउंसलिंग कराई जाए।

बच्चों को हेल्दी भोजन दें

राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा के निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने किचन का निरीक्षण किया। उन्होंने खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया साथ ही बच्चों को पौष्टिक भोजन देने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने हेल्थ चेकअप कक्ष एवं डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने डॉक्टर एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देशित किया कि राजकीय बाल गृह में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए उनकी आवश्यकतानुसार अलग-अलग डाइट चार्ट बनाया जाए, जिससे खाने की डाइट में प्रोटीन एवं न्यूट्रिशनों की कमी न रहे। मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण के लिए एएनएम एवं आंगनवाड़ी द्वारा काउंसलिंग एवं मॉनिटरिंग कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न रह जाए।

कौशल विकास पर हो फोकस

मंडलायुक्त द्वारा राजकीय बाल गृह में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित सिलाई केंद्र एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण भी किया गया। जहां उन्होंने बच्चों के कौशल विकास को लेकर निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिए कि मानसिक दिव्यांग बच्चों को और बेहतर ढंग की सुविधा उपलब्ध दी जाए। ऐसे बच्चे जो विद्यालय जा सकते हैं उन्हें विद्यालय भेजे जाने की व्यवस्था की जाए। राजकीय बाल गृह (बालक) मोहान रोड लखनऊ में उन्होंने क्लासेस देखीं। बाल गृह के अधीक्षक ने मंडलायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि बाल गृह में सुरक्षा कर्मियों की जरूरत है, जिस पर मंडलायुक्त ने दो से तीन सुरक्षाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने के निर्देश दिए ताकि बाल गृह की सुरक्षा में कोई कमी न रहे। मंडलायुक्त ने किचन, राशन स्टोर रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने बाल गृह में सीएसआर फंड से कंप्यूटर लैब स्थापित कराने को कहा।